दुल्हन पक्ष ने दूल्हे और बाराती को बनाया बंधक
जब वरमाला के दौरान दूल्हे को मिर्गी आई, तो पहले दुल्हन ने शादी करने से साफ मना कर दिया.इसके बाद दुल्हन के परिवारवालों ने दूल्हे के परिवार से दहेज में दिये गए 9 लाख रुपये लौटाने को कहा. लेकिन दूल्हे के परिवारवालों ने पैसे लौटाने से मना कर दिया.जिसके बाद दुल्हन के परिवारवालों ने दूल्हे समेत पूरे बाराती को बंधक बना लिया.इसके अलावा बाराती वालों के सभी गाड़ियों को भी घेर लिया.काफी हो-हल्ला के बाद लड़के वाले दहेज के सारे रुपये लौटाने की बात पर राजी हुए और तब जाकर सभी को छोड़ा गया.हालांकि उन लोगों ने कुछ चारपहिया वाहनों को अपने कब्जे में ही रखा, जिसे दहेज के पूरे पैसे लौटाने के बाद छोड़ने की बात पर सहमति बनी.
दहेज के रुपये लौटाने को लेकर दूल्हे के परिवार से बनवाया बांड पेपर
शादी के अगले दिन यह पूरा मामला जिले के करड़वाना पंचायत में पहुंचा,जहां दुल्हन के पिता ने दहेज में खर्च हुए लगभग 9 लाख रुपये लौटाने की मांग रखी. इसके बाद दूल्हे के परिवार वालों ने पैसों के खर्च होने की बात कही. जिसके बाद पंचायत में मौजूद पंचों ने दूल्हे के पिता से इस गारंटी के लिए बांड पेपर बनवाकर देने को कहा कि वे सारे पैसे समय से लौटा देंगे.
बिना दुल्हन के ही लौटा दूल्हा और बाराती
शादी के दिन जब वरमाला के समय दुल्हन ने दूल्हे को मिर्गी आती देखी, तो उसने तुरंत ही शादी करने से मना कर दिया. इसके बाद लड़के के परिवार ने दुल्हन और उसके परिवारवालों को समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन लड़की और उसके परिवारवाले नहीं माने. इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर हंगामा हुआ. लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी शादी नहीं हुई और दूल्हे और बाराती को बिना शादी किए ही अपने घर लौटना पड़ा.
दुल्हन ने लगाया सच्चाई छुपाने का आरोप
शादी टूटने के बाद दुल्हन और उसके परिवारवालों ने लड़के के उसके परिवारवालों पर यह आरोप लगाया है कि जब शादी की बात पक्की हुई थी, तब लड़के की मिर्गी आने की बीमारी को छुपाया गया था. आज वरमाला के दौरान जब अचानक दूल्हे को शादी के मंडप में मिर्गी आई, तब यह सच्चाई सामने आई.