सीतामढ़ी. नगर के पुरानी एक्सचेंज रोड स्थित प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी इश्वरीय विश्वविद्यालय के शिवशक्ति भवन में रविवार को भारतीय संस्कृति व अध्यात्म के श्रेत्र में अद्वितीय योगदान करने वाली प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी संस्था की मुख्य प्रशासिका दादी रतन मोहिनी के 10वें महापरायण पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. उनके द्वारा किये गये मानवता और सेवाभाव के कार्यों को याद किया गया. वक्ताओं ने कहा कि उनका जन्म 25 मार्च 1925 को हैदराबाद में हुई और 08 अप्रैल 2025 को उन्होंने अपने शरीर का त्याग किया. वे मार्च 2021 से 08 अप्रैल 2025 तक मुख्य प्रशासिका प्रमुख थीं. दादी रतन मोहिनी जीके महाप्रयाण पर गहरी संवेदना प्रकट करते हुए सेंटर की इंचार्ज बीके वंदना बहन ने कहा कि दादी का संपूर्ण जीवन सेवा, साधना और संस्कार की त्रिवेणी रही. उन्होंने अनगिनत जीवन को दिशा दी. वे भारतीय नारी के उभरते स्वरूप का प्रतीक,अध्यात्म में करुणा, नेतृत्व में दृढ़ता और व्यक्तित्व में दिव्यता थीं. बीके रेणु बहन ने भी उनकी कृतित्व पर प्रकाश डाला. सोनबरसा केंद्र में विनीता बहन, सुरसंड केंद्र में तारा बहन, भूतही केंद्र पर शोभा बहन व रुन्नीसैदपुर केंद्र पर महिमा बहन ने दादी जी को श्रद्धांजलि अर्पित की. दादी जी के जीवन वृतांत पर डॉ रेणु चटर्जी, सुमन भाई, ज्योति बहन व अन्य ने भी विस्तार से बताया. दादी को भोग स्वीकार कराया गया. बाद में सभी के बीच प्रसाद का वितरण किया गया.
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