डुमरा. जिला मुख्यालय से सटे कैलाशपुरी स्थित ऐतिहासिक चित्रगुप्त मंदिर प्रांगण में रविवार को एक गरिमामयी विदाई समारोह का आयोजन अखिल भारतीय चित्रगुप्त सेवा समिति डुमरा कोर्ट की ओर से जेल अधीक्षक मनोज सिन्हा के सम्मान में उनके स्थानांतरण के उपलक्ष्य में किया गया. समारोह की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष आशुतोष कुमार उर्फ बमबम व संचालन सचिव अरुण कुमार ने किया. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय चित्रांश समाज के सदस्य उपस्थित थे. मौके पर जेल अधीक्षक को सम्मानपूर्वक शॉल ओढ़ाकर एवं उपहार भेंट कर विदाई दी गई. अपने संबोधन में जेल अधीक्षक मनोज सिन्हा ने भावुक शब्दों में कहा कि सीतामढ़ी में मेरा चार वर्षों का कार्यकाल अत्यंत स्मरणीय रहा है. मुझे यहां समाज के सभी वर्गों से जो प्यार और सहयोग मिला, वह मेरे जीवन की अमूल्य धरोहर है. मैं यहां के लोगों को कभी भूल नहीं सकता. चाहे मैं देश के किसी भी कोने में रहूं, मां सीता की इस पावन नगरी से जुड़ाव बना रहेगा और मैं यथासंभव आता रहूंगा. –कुशल प्रशासक के साथ संवेदनशील अधिकारी : डॉ एसके वर्मा कायस्थ सेना के संयोजक डॉ. एस.के. वर्मा ने कहा कि मनोज सिन्हा केवल एक कुशल प्रशासक ही नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग से जुड़ने वाले संवेदनशील अधिकारी भी रहे. उन्होंने अपने चार वर्षों के कार्यकाल में जेल प्रशासन में अनुशासन और पारदर्शिता कायम करने के साथ-साथ समाजसेवा में भी सक्रिय भूमिका निभाई. कोषाध्यक्ष मणिभूषण शरण एवं उपाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जेल अधीक्षक ने जिस समर्पण के साथ अपने दायित्व का निर्वहन किया, वह सभी के लिए प्रेरणादायी है. उनके कार्यकाल में सीतामढ़ी मंडल कारा में सुधारात्मक गतिविधियों में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई. समारोह में सुरेश कुमार वर्मा, मनोज कुमार, रंजन कुमार, आनंद कुमार, निखिल श्री, कायस्थ सेना के अध्यक्ष मोहन कुमार सहित दर्जनों गणमान्य लोग उपस्थित थे. सभी ने अपने-अपने शब्दों में जेल अधीक्षक के व्यक्तित्व और कार्यशैली की सराहना की. अंत में समिति की ओर से उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए भावभीनी विदाई दी गई.
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