शिवहर. जिले में सोमवार की सुबह से ही विभिन्न इलाकों में श्रद्धा, भक्ति भाव के साथ धूमधाम से वट सावित्री पूजा अर्चना की गयी. शहर के समाहर्ता आवास से पूरब देवी स्थान मंदिर में महिलाओं ने एकत्रित होकर वट वृक्ष की पूजा की. सोलह श्रृंगार कर सुहागिन महिलाओं ने हाथों में मेहंदी रचाएं पूजन सामग्री, फल व मिष्ठान के साथ परंपरागत पूजन किया. वट वृक्ष के चाहुओर कच्चा सूत लपेटकर 108 बार परिक्रमा कर पति के दीर्घायु की कामना भी की. साथ ही यमराज की पूजा भी की गई. उसके बाद वट वृक्ष के नीचे सावित्री और सत्यवान की कथा भी सुनीं. वही राजलक्ष्मी आश्रम के आचार्य पंडित वेदप्रकाश शास्त्री ने बताया कि वट सावित्री की पूजा के दिन ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के साथ रोहिणी नक्षत्र एवं धृति योग विद्यमान रहने से ग्रहों की स्थिति भी शुभकारी है. कहा कि सनातन धर्म में बरगद के पेड़ की पूजा करने की परंपरा सदियों पुरानी है.जो पौराणिक कथाओं के अनुसार सावित्री ने भी अपने पति को वापस पाने के लिए इस व्रत की शुरुआत की थी.
संबंधित खबर
और खबरें