परिजनों ने बताया कि आरोपियों ने खेत जोतते समय आयुष को ट्रैक्टर से धक्का देकर रोटावेटर के नीचे गिरा दिया और फिर जानबूझकर खेत जोतते रहे, जब तक बच्चे का शरीर पूरी तरह क्षत-विक्षत नहीं हो गया.
पुरानी रंजिश में अपराधियों ने घटना को दिया अंजाम
इस घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. परिजनों का आरोप है कि शिक्षक प्रभु महतो अपने पद का दुरुपयोग कर आसपास के लोगों का शोषण करता था. जिसका विरोध मृतक के परिवार द्वारा किया जाता था. इसी रंजिश के चलते यह जघन्य अपराध अंजाम दिया गया.
Also Read: बिहार के एक ऐसे गणितज्ञ की कहानी, जिनके लिए बदले गए विश्वविद्यालय के नियम, NASA भी था जिनका मुरीद
पुलिस ने रोटावेटर काटकर शव निकाला
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गैस कटर की मदद से रोटावेटर को काटकर शव को निकाला. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. थानाध्यक्ष डीके महतो ने कहा कि परिजनों की लिखित शिकायत मिलने के बाद आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें