इसे भी पढ़ें: BRICS में शामिल हुआ दुनिया का सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला देश
ECI की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) हैट्रिक बनाने की कोशिश करेगी, जिसने 2015 और 2020 के चुनावों में क्रमशः 67 और 62 सीटें जीती थीं. पिछली दो विधानसभाओं में सिंगल डिजिट पर रह गई भाजपा और 15 साल तक दिल्ली पर राज करने के बाद पूरी तरह से खत्म हो चुकी कांग्रेस, मौजूदा AAP के खिलाफ चुनाव लड़ेगी. कांग्रेस और आप ने 2024 में दिल्ली की सातों लोकसभा सीटों पर मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन वे विधानसभा चुनाव अलग-अलग लड़ेंगे.
इसे भी पढ़ें: High Court: सास के भरण-पोषण के लिए बहू जिम्मेदार, हाईकोर्ट ने गुजारा भत्ता का आदेश दिया
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार पश्चिम दिल्ली के पूर्व सांसद प्रवेश साहिब सिंह और दिवंगत मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे पूर्व कांग्रेस सांसद संदीप दीक्षित का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं. मुख्यमंत्री आतिशी कांग्रेस की अलका लांबा और दक्षिण दिल्ली के पूर्व भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के खिलाफ कालकाजी सीट पर चुनाव लड़ेंगी.
इसे भी पढ़ें: Earthquake: नेपाल में 7.1 तीव्रता का भूकंप, भारत और तिब्बत में भी धरती हिली
दिल्ली विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियां चरम पर हैं और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा तेजी से हो रही है. इस दौड़ में आम आदमी पार्टी सबसे आगे है, जिसने सभी 70 सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम सबसे पहले घोषित कर दिए हैं. कांग्रेस ने भी तीन सूचियों में 48 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं, जबकि भाजपा ने शनिवार को अपनी पहली सूची में 29 उम्मीदवारों के नाम जारी किए. जहां एक ओर वोटरों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न घोषणाएं की जा रही हैं, वहीं दूसरी ओर राजनीतिक बयानबाजी भी जोर-शोर से चल रही है.