अध्यादेश विवाद
अभी भी पावर शेयरिंग के मुद्दे पर केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले को बदला है जिसमें यह कहा गया था कि प्रदेश की चुनी हुई सरकार को ही ट्रांसफर-पोस्टिंग का अधिकार मिलना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल की जीत हुई थी, लेकिन केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर एक बार फिर दिल्ली सरकार पर लगाम कसी है. इस अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल पूरे देश में विपक्ष को एकजुट करने में जुटे हैं और कई राज्यों में जाकर मदद मांग रहे हैं.
यूनिवर्सिटी के उद्घाटन को लेकर भी विवाद
अध्यादेश विवाद के बाद पहली बार एलजी वीके सक्सेना और सीएम अरविंद केजरीवाल एक फ्रेम में नजर आये हैं. हालांकि गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी को बनाने का श्रेय आम आदमी पार्टी लेना चाहती है और वे इसे मनीष सिसौदिया का सपना बता रही है. आतिशी ने ट्वीट कर भाजपा को चैलेंज दिया है कि भाजपा वालों, अब ये करके दिखाओ. वे यह बता रही हैं कि दिल्ली सरकार द्वारा बनाये गये गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी का आज मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उद्घाटन करेंगे, लेकिन इस कार्यक्रम में एलजी वीके सक्सेना का पहुंच जाना और कैंपस का उद्घाटन करना एक अलग ही विवाद को जन्म दे रहा है.दरअसल जब आतिशी ने ट्वीट किया तो एलजी आॅफिस के तरफ से यह आपत्ति की गयी कि गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी का उद्घाटन एलजी द्वारा किया जाना पहले से ही तय था, इसलिए वही इसका उद्घाटन करेंगे.
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