उम्मीदवार | पार्टी | वोट |
शरद कुमार चौहान | आप | 78619 (हारे) |
राज करण खत्री | बीजेपी | 87215 (जीते) |
अरुणा कुमारी | कांग्रेस | 5924 |
नरेला में कैसा है इस बार का मुकाबला
नरेला विधानसभा सीट का चुनाव 2025 में काफी रोचक हो गया है. आम आदमी पार्टी ने पहले तो अपने विधायक शरद कुमार चौहान का टिकट काटकर दिनेश भारद्वाज को टिकट दिया था, लेकिन नामांकन से पहले एक बार फिर शरद कुमार चौहान को टिकट दे दिया गया है. बीजेपी ने इस बार राज करण खत्री को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने अरुणा कुमारी को टिकट दिया है. आप और कांग्रेस के अलग-अलग चुनाव लड़ने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
क्या है नरेला सीट का इतिहास
नरेला विधानसभा सीट 1993 से 2008 तक पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा था. लेकिन 2008 के परिसीमन के बाद नरेला विधानसभा क्षेत्र उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट का हिस्सा बन गया है.नरेला सीट पर 1952 में जब चुनाव हुआ था, तो यहां से कांग्रेस नेता चौधरी मांगे राम विधायक चुने गए थे. 1972 में चौधरी हीरा सिंह राणा विधायक बने, वे भी कांग्रेस पार्टी के ही सदस्य थे. 1977 में यहां से जनता पार्टी के उम्मीदवार शांति स्वरूप विजयी हुए. 1983 में यहां से लोकदल के चौधरी हरिराम खत्री विजयी हुए थे. 1993 में बीजेपी के इंदराज सिंह विधायक बने.1998 और 2003 में यहां से कांग्रेस के नेता चरण सिंह कंडेरा विधायक चुने गए. 2008 में भी कांग्रेस पार्टी ही यहां से जीती और जसवंत सिंह राणा विधायक बने. 2013 में बीजेपी के नीलदमन खत्री चुनाव जीते. 2015 से यहां आप का कब्जा है और शरद कुमार चौहान विधायक हैं.
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