ओएमआर शीट की जाएगी स्कैन
एक मार्क्स फाइल में 25 परीक्षार्थी का प्राप्तांक लिखा जाता है. एक ओएमआर शीट पर तीन जगह प्राप्तांक की जांच का प्रावधान है. परीक्षार्थी को किसी विषय में जो अंक मिले हैं, उसे पहले उसके रोल नंबर के सामने अंक में लिखा जायेगा. इसके बाद ओएमआर शीट में उस संख्या को कलर किया जायेगा. अंत में एक ओएमआर शीट के सभी परीक्षार्थियों के
अंक का कुल योग कर लिखा जायेगा. रिजल्ट तैयार करने के दौरान ओएमआर शीट को स्कैन किया जायेगा. रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया के दौरान अगर ओएमआर शीट में अलग-अलग जगह लिखे गये अंकों में भिन्नता पायी जाती है, तो कंप्यूटर मार्क्स फाइल को त्रुटिपूर्ण बतायेगा. इसके बाद इसकी फिर से जांच की जायेगी.
JAC 9th 11th Board Exam: परीक्षा केंद्र को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराने और पैकेट खोलने की होगी Videography
अब रिजल्ट में विसंगति नहीं होगी
अब तक मैट्रिक व इंटर की परीक्षार्थियों की मार्क्स फाइल का ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार नहीं होता था. मार्क्स फाइल तैयार करने की पूरी प्रक्रिया हस्तलिखित होती थी. इसमें गड़बड़ी की भी संभावना रहती थी. इस कारण विद्यार्थियों का रिजल्ट भी प्रभावित होता था. रिजल्ट जारी होने के बाद विद्यार्थियों को इसमें सुधार कराने में काफी परेशानी होती थी. अब रिजल्ट में इस प्रकार की विसंगति नहीं होगी. इसके अलावा रिजल्ट कम समय में तैयार हो जायेगा.
मई अंत तक जारी होगा रिजल्ट
उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन की प्रक्रिया इस माह के अंत तक पूरी हो जायेगी. वहीं, रिजल्ट मई के अंत तक जारी होने की संभावना है. मैट्रिक व इंटर की परीक्षा में लगभग आठ लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे. पहले मैट्रिक व इंटर साइंस का रिजल्ट जारी होने की संभावना है.