Chaibasa News : झारखंड के खनिज से देश रोशन हो रहा, फिर भी हम पिछड़े हुए हैं : हेमंत

चाईबासा. सेरेंगसिया घाटी के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए भाविक हुए सीएम, कहा-आदिवासी होने पर गर्व है

By Prabhat Khabar News Desk | February 2, 2025 11:43 PM
an image

चाईबासा.मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, सांसद जोबा माझी, मंत्री रामदास सोरेन व दीपक बिरुवा आदि ने सोमवार को सेरेंगसिया के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वर्ष 1837 में ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ सेरेंगसिया घाटी के शहीदों ने विद्रोह किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के खनिज संसाधनों से देश का खजाना भर रहा है. लेकिन, आज भी झारखंड पिछड़े राज्यों में गिना जाता है. अलग राज्य बनने के बाद भी विकास पर ध्यान नहीं दिया गया. जब से हमारी सरकार है. राज्य को आगे ले जाने का प्रयास निरंतर जारी है. हमें आदिवासी होने का गर्व है. अपने शहीदों और आंदोलनकारियों पर गर्व है. उनकी बदौलत देश के विभिन्न मंचों पर अपनी आवाज बुलंद करने की ताकत मिली है.

आदिवासी अपने बच्चों को पढ़ा-लिखाकर भविष्य बनायें

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है. आज भी सामंती ताकतों के खिलाफ आदिवासियों का संघर्ष जारी है. हम आदिवासियों से आग्रह करते हैं कि अपने बच्चों को अच्छे से पढ़ा -लिखाकर उनका भविष्य बनायें. आदिवासियों को आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक और राजनीतिक रूप से मजबूत होने की जरूरत है.

झारखंड शहीदों की धरती, सालभर मनाते हैं शहीद दिवस

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड वीरो और शहीदों की धरती है. यहां साल भर शहादत दिवस मनाने की परंपरा है. नये वर्ष की पहली तारीख को खरसावां गोलीकांड के शहीदों को नमन करने के साथ शुरुआत हो जाती है.

अलग राज्य के लिए लंबा संघर्ष करना पड़ा

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड राज्य के लिए दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नेतृत्व में आदिवासियों ने लगभग 40- 50 वर्षों तक संघर्ष और लड़ाई लड़ी. झारखंड बनने के बाद लगभग 18- 20 वर्षों जिन्होंने शासन किया, उन्हें राज्य के विकास व आदिवासियों की चिंता नहीं थी.

आधी आबादी को सम्मान देने के साथ बना रहे सशक्त

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 में आपके समर्थन से हमारी सरकार बनी. सरकार को पूरे कार्यकाल में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. 2024 में आपके आशीर्वाद से एक बार फिर मजबूत सरकार बनाने का मौका मिला. मैं आपको बताना चाहूंगा कि केंद्र सरकार का महिलाओं के विकास के लिए लगभग 25- 26 हजार करोड़ रुपये का बजट है. वहीं, हमारी सरकार आधी आबादी को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए हर महीने 15 अरब रुपये का प्रावधान किया है. झारखंड देश का पहला राज्य है, जो बहन -बेटियों को हर महीने 25-25 सौ रुपये सम्मान राशि के रूप में दे रही है.

पैसे कहां खर्च करना है, सरकार रास्ता दिखाएगी

मुख्यमंत्री ने महिलाओं को आगाह किया कि उन लोगों से सावधान रहें, जो लोभ, लालच और झांसा देकर आपके पैसे पर नजर गड़ाये हुए हैं. वे अपने पैसे कहां और कैसे खर्च करेंगी, अब सरकार राह दिखायेगी. उन्होंने जिला प्रशासन से कहा कि महिलाओं को आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने के लिए कार्य योजना बनायें. गांव और पंचायत स्तर पर कार्यशाला आयोजित कर उन्हें स्वावलंबी बनाने की दिशा में कार्य करें.

गरीबों को अपने पैरों पर खड़ा करने की जरूरत

मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को सिर्फ मदद की जरूरत नहीं है, बल्कि उन्हें पैरों पर खड़ा करना है. इसके लिए सामाजिक और आर्थिक रूप से मजबूती देना जरूरी है. अब किसी गरीब को अपने इलाज या अन्य जरूरत के लिए सरकार से मिल रहे अनाज और बच्चों को मिली साइकिल बेचने की नौबत नहीं आयेगी.

जिला और ब्लॉक प्रशासन आपके दरवाजे पहुंचेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम से लाखों लोगों की समस्याओं का समाधान किया है. यह सिलसिला अनवरत जारी रहेगा. हमारी सरकार ऐसी व्यवस्था खड़ा कर रही है, जहां आपकी समस्याओं के समाधान के लिए आपके दरवाजे पर जिला और ब्लॉक प्रशासन की टीम पहुंचेगी. आपको ब्लॉक और जिला कार्यालय जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

246 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास, 54946 लाभार्थियों में बंटी परिसंपत्ति

मुख्यमंत्री ने 246 विकास योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इसमें 3 अरब 15 करोड़ 27 लाख 70 हजार 359 रुपये की लागत से 178 योजनाओं का शिलान्यास और 96 करोड़ 97 लाख 26 हज़ार 600 रुपये की लागत से 68 महत्वाकांक्षी योजनाओं का उद्घाटन शामिल है. इसके साथ विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के 54,946 लाभार्थियों के बीच 3 अरब 62 करोड़ 80 लाख 99 हज़ार रुपये की परिसंपत्तियां बांटी गयीं. इसमें जेएसएलपीएस के तहत 6999 दीदियों को 87 करोड़ 78 लाख रुपये का कैश क्रेडिट लिमिट और 6963 दीदियों को 85 करोड़ 86 लाख रुपये का बैंक लिंकेज प्रदान किया गया.

ये रहे मौजूद

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

संबंधित खबर और खबरें

यहां चाईबासा न्यूज़ (Chaibasa News) , चाईबासा हिंदी समाचार (Chaibasa News in Hindi), ताज़ा चाईबासा समाचार (Latest Chaibasa Samachar), चाईबासा पॉलिटिक्स न्यूज़ (Chaibasa Politics News), चाईबासा एजुकेशन न्यूज़ (Chaibasa Education News), चाईबासा मौसम न्यूज़ (Chaibasa Weather News) और चाईबासा क्षेत्र की हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर .

होम E-Paper News Snaps News reels
Exit mobile version