चाईबासा. राज्य की वर्तमान स्थिति को लेकर मंगलवार को रांची में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा व पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बीच अनौपचारिक बैठक हुई. इस दौरान किसानों, मजदूरों, युवाओं और विद्यार्थियों से जुड़ीं चुनौतियों को रेखांकित किया गया. बताया गया कि प्रदेश में किसानों को फसल का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है. सिंचाई, बीमा और समर्थन मूल्य जैसी बुनियादी जरूरतों की अनदेखी से कृषि संकट गहरा रहा है. मजदूरों को रोजगार की तलाश में लगातार पलायन करना पड़ रहा है. युवाओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता के अभाव में भविष्य पर संकट है. नेताद्वय ने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं राज्य स्तर पर सही तरीके से लागू नहीं हो पा रही हैं. सीमावर्ती क्षेत्रों में बाहरी गतिविधियों और सांस्कृतिक हस्तक्षेपों को लेकर चिंता भी जतायी गयी. श्री कोड़ा ने कहा कि झारखंड की आत्मा उसकी परंपरा और प्रकृति में बसती है. इसे बचाये रखकर विकास संभव है. यह जानकारी पश्चिमी सिंहभूम जिला भाजपा के जिला मीडिया प्रभारी ने दी.
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