चाईबासा. आदिवासी हो समाज महासभा के संस्कृति एवं कला केंद्र हरिगुटु में रविवार को समाज के लिए कार्य कर रहे विभिन्न संगठनों व बुद्धिजीवियों के साथ बैठक हुई. यहां कोल्हान में विल्किंसन रूल और हुकूकनामा के संबंध में विचार-विमर्श किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मुकेश बिरुवा ने व संचालन बामिया बारी ने किया. बैठक में कहा गया कि विल्किंसन रूल व हुकूकनामा के कई बिंदुओं पर हो समाज को जागरूक करने की जरूरी है. जागरुकता की कमी के कारण अक्षरशः पालन नहीं हो पा रहा है. हो समाज के बीच काम कर रहे संगठनों में हो समाज महासभा, जोहार, कोल्हान रक्षा संघ, आदिवासी हो समाज युवा महासभा, आदिवासी हो समाज सेवानिवृत्त संगठन और आदिवासी हो समाज महिला महासभा के प्रतिनिधि उपस्थित थे. मानकी-मुंडा से संबंधित वर्तमान स्थिति के बारे में प्रशासनिक पदाधिकारियों से उपरोक्त संगठन वार्ता करेंगे. आने वाले समय में इन विषयों पर वैचारिक रूप से परिपक्वता लाने के लिए गोष्ठी करने का निर्णय लिया गया. कार्यक्रम में मुकेश बिरुवा, बामिया बारी ने बात रखी. अन्य वक्ताओं में डीएन चंपिया, अर्जुन मुंदुइया, पूर्व प्रशासनिक पदाधिकारी डिबार जोंको, कुसुम कराई, यदुनाथ तियु, चंद्रमोहन बिरुवा, गब्बर सिंह हेंब्रम, मुरारी आल्डा, दामोदर सिंकू, सोमा कोड़ा, छोटेलाल तमसोय, मानसिंह हेंब्रम, चैतन्य कुंकल, अंजू समद आदि उपस्थित थे.
संबंधित खबर
और खबरें