
माल ढुलाई में भारतीय रेल में पहला स्थान को हासिल करने वाले धनबाद रेल मंडल के धनबाद स्टेशन का हाल बेहाल है. यहां सुरक्षा और सुविधाओं पर खर्च तो होता है, लेकिन उसका उपयोग नहीं के बराबर ही हो पाता है. यह दर्द यात्रियों को सालता है. प्रभात खबर की टीम ने बुधवार को धनबाद स्टेशन का जायजा लिया, तो सुरक्षा के साथ ही यात्रियों के सुविधा के लिए लगाये गये उपकरण बंद मिले. 34 डिग्री तापमान में लोगों को शीतल पेय नहीं मिल रहा था. स्टेशन पर प्रवेश करने के साथ ही छह एलइडी डिस्प्ले लगाये गये हैं. लेकिन खराब होने की वजह से फिलहाल ये किसी काम के नहीं हैं. धनबाद स्टेशन के मुख्य भवन से प्रवेश करने पर ही बोतल क्रसिंग मशीन लगाया गया है. लेकिन यह भी बंद पड़ा हुआ है. इसके कारण बोतलों के क्रसिंग करने की योजना भी धनबाद स्टेशन में फेल हो गयी है. लोग कूड़ेदान या फिर ट्रैक पर बोतलों को फेंक रहे है.
बगैर स्कैन किये सामान लेकर स्टेशन में घुसते हैं यात्री :
यात्रियों के सामान की जांच के लिए धनबाद स्टेशन में मुख्य भवन के साथ ही दक्षिण छोर के प्रवेश द्वार पर लगेज स्कैन मशीन लगायी है. यहां आरपीएफ की ड्यूटी लगायी जाती है. ताकि कोई भी आपत्ति जनक सामान मिलने पर, उसके खिलाफ कार्रवाई की जा सके. लेकिन दोनों स्कैनर खराब हैं. यात्री बिना सुरक्षा जांच के लगेज लेकर घुसते हैं.शीतल पेयजल के लिए चक्कर काटते हैं यात्री :
हावड़ा-गया रूट की अधिकांश ट्रेने प्लेट संख्या एक से तीन के बीच रूकती हैं. इनपर लगा एक भी शीतल पेयजल का स्टैंड पोस्ट काम नहीं कर रहा है. इनसे शीतल जल की जगह नॉर्मल पानी ही आता है. प्लेटफॉर्म संख्या एक पर वेटिंग रूम के पास, पार्सल कार्यालय के बाहर स्थित व फुट ओवर ब्रिज के नीचे लगा शीतलपेय के स्टैंड पोस्ट से भी नॉर्मल पानी आ रहा है.वाटर एटीएम की व्यवस्था नहीं, बोतलबंद पानी खरीद रहे यात्री :
धनबाद स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर वाटर एटीएम लगा हुआ था. लेकिन इसे रेलवे की ओर से हटा कर नया वाटर एटीएम लगाया जा रहा है. वाटर एटीएम का काम अभी भी चल रहा है. ऐसे में ठंडा पानी के लिए लोगों को बोतल बंद पानी खरीदना विवशता है. इसके अलावा रेल नीर भी किसी स्टॉल पर उपलब्ध नहीं है. दूसरे ब्रांड का पानी ही बिक रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है