कथा सुनाते हुए प्रशांत प्रभु ने कहा कि माता सीता नेमीशारण से ही भूमि के अंदर प्रवेश करती हैं. उन्होंने कहा कि भागवत कथा सुनने के लिए उग्र शाखा सूत्र का जिक्र किया. कहा कि जो श्रवण के प्रति उग्र है, उन्हें उग्र शाखा सूत्री की श्रेणी में रखा गया है. प्रशांत प्रभु ने कहा कि अर्जुन के कर्म क्षेत्र व क्षत्रिय धर्म से पीछे हटने पर भगवान श्री कृष्ण ने उन्हें डांट लगाते हुए कर्म और निडर होकर सत्य व धर्म के पथ पर चलने के लिए प्रेरित किया.
भजनों को सुनकर भाव-विभोर हुए श्रद्धालु
संगीतमयी भागवत कथा के दौरान हरे कृष्ण, यशोदा नंदन, ब्रजनंदन, जय राणा माधव कुंज बिहारी, हरे राम, हरे कृष्ण आदि भजन को सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गये. भागवत कथा सुनने पहुंचे नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी मंगलवार की शाम को पहुंचे. उनका स्वागत भागवत कथा के आयोजक उद्योगपति अजय बगेड़िया ने किया.बाबूलाल मरांडी के साथ ये लोग रहे मौजूद
बाबूलाल के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, भाजपा नेता चुन्नूकांत, अशोक उपाध्याय, मनोज संगई समेत कई लोग थे. इधर, भागवत कथा सुनने नीलरतन खेतान, शशि पाठक सहित काफी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालु पहुंचे थे.
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