सदर अस्पताल का किया निरीक्षण, स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण को दिये निर्देश
आइपीएचएल और मॉड्यूलर ओटी निर्माण के लिए स्थलों का चयन
प्रतिनिधि, खूंटी
सिविल सर्जन ने जानकारी दी कि अस्पताल में सीटी स्कैन और आइसीयू की सुविधाएं चालू होने के बाद मरीजों को रेफर किए जाने की संख्या में कमी आयी है. उपायुक्त ने निष्क्रिय पड़ी मशीनों की पहचान कर उन्हें तत्काल क्रियाशील करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही उन्होंने शिशु सुरक्षा योजना के तहत पात्र लाभार्थियों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने, आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज को सुदृढ़ करने, पैथोलॉजी जांच की संख्या बढ़ाने, और होमगार्ड की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये. उपायुक्त ने अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठकें नियमित रूप से कराने की आवश्यकता पर बल दिया. इस निरीक्षण में उपाधीक्षक डॉ आनंद उरांव सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
सप्ताह में दो बार अस्पताल निरीक्षण का आदेश
निरीक्षण के दौरान उपायुक्त ने सिविल सर्जन डॉ नागेश्वर मांझी को अस्पताल की सुविधाओं को बेहतर और सुव्यवस्थित करने का निर्देश दिया. उन्होंने विभागवार डॉक्टरों की उपस्थिति और ओपीडी संचालन की स्थिति की जानकारी ली और इसे और प्रभावी ढंग से संचालित करने का आदेश दिया. उपायुक्त ने एसडीओ दीपेश कुमारी को सप्ताह में दो बार अस्पताल का निरीक्षण करने का निर्देश दिया ताकि अस्पताल प्रबंधन में निरंतर निगरानी बनी रहे. उन्होंने बर्न वार्ड, डॉक्टरों की उपलब्धता और संचालन की समीक्षा की.
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