पपीता की खेती कर किसान बेहतर लाभ अर्जित कर सकते है

पपीता एक ऐसा फल है जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. यह सालों भर बाजार में उपलब्ध रहता है़ पपीता खाने से शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है़

By Prabhat Khabar News Desk | November 20, 2024 8:02 PM
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जयनगर. पपीता एक ऐसा फल है जो हमारे पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. यह सालों भर बाजार में उपलब्ध रहता है़ पपीता खाने से शरीर में रक्त का संचार बढ़ता है़ शुगर के मरीज को इसके सेवन से नुकसान हो सकता है, लेकिन वे कच्चे पपीता की सब्जी व सलाद खा सकता है़ं वहीं किसान यदि इसकी खेती करते है, तो उन्हें अच्छा मुनाफा होगा़ पपीता का बीज लगाने का समय जुलाई से सितंबर तक है़

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पपीता की किस्म और उनकी खासियत

रेड लेडी नस्ल के पौधों का फल 1.5-2 किलोग्राम का होता है़ स्वादिष्ट होने के साथ-साथ इसमें 13 प्रतिशत शर्करा पाया जाता है़ जो रिंग स्पॉट वायरस के प्रति सहनशील है़ वहीं कुसा मैजेस्टी सूत्र कृमि के लिए सहनशील है़ 10 से 13 माह बाद पपीते का फल तोड़ने लायक हो जाता है़ फल का रंग हरा से पीला हो जाता है़ प्रत्येक पेड़ से 40-70 किलो पपीता का उत्पादन होता है़

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