कैसे बढ़ा विवाद
बुधवार को संत रविदास की जयंती मनाने को लेकर मंदिर में साफ सफाई किया जा रहा था. इस दौरान दोनों पक्ष की महिलाओं में बहस शुरू हो गयी. विवाद बढ़ा तो दोनों पक्षों के बीच मारपीट और पत्थरबाजी हो गयी. इस घटना में मामले को शांत कराने पहुंचे थाना प्रभारी सहित आधा दर्जन लोग घायल हो गये. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार साफ सफाई के बीच कुछ महिलाओं के विरोध के बाद पत्थरबाजी हुई और भगदड़ मच गया. भगदड़ के दरम्यान ही लोहा का बना हुआ बैनर गिर गया. जिससे कुछ लोग गंभीर रूप से चोटिल हो गये. बाद में स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. एसडीओ रिया सिंह, एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह खुद मोर्चा संभाले हुए हैं. इससे पहले मंगलवार को ही पूरे मामले को लेकर संत शिरोमणि रविदास समारोह समिति डोमचांच के बैनर तले एसडीओ कार्यालय के समक्ष एक पक्ष ने धरना प्रदर्शन किया था.
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रूपनडीह में रविदास जयंती पर प्रतीमा स्थापित करने की थी तैयारी
जानकारी के अनुसार रूपनडीह इलाके में बीते दिनों संत रविदास के मंदिर का निर्माण किया गया था. यहां रविदास जयंती पर प्रतिमा स्थापित करने की तैयारी थी. लेकिन कुछ दिन पहले एक पक्ष ने इसी मंदिर के पास एक अन्य धार्मिक होर्डिंग लगा दिया. इसे हटाने को लेकर दो दिनों से गांव में तनाव कायम था. दो दिन ही पहले पुलिस प्रशासन ने किसी तरह मामले को शांत कराया था.
गांव में पुलिस के जवान कर रहे कैंप
विवाद के बाद भारी संख्या में पुलिस बल को गांव में तैनात किया गया है. एसडीओ के साथ ही एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह, अंचलाधिकारी रविंद्र पांडेय और अन्य पदाधिकारी भी वहां मौजूद हैं.
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