जयनगर. मुहर्रम का चांद नजर आने के साथ ही मुस्लिम भाइयों का नया इस्लामी साल शुरू हो गया. प्रखंड के मुस्लिम बहुल इलाकों में शुक्रवार से मुहर्रम की शुरुआत हो गयी. लोगों ने चांद देखने के बाद एक-दूसरे को नये साल की मुबारकबाद दी. मुहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना होता है. इसे गम और सब्र का माह माना जाता है. हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में यह महीना खास तौर पर मनाया जाता है. प्रखंड के जयनगर, गड़गी, खेसकरी, रघुनियाडीह, गरचांच, पिपचो, बेको सहित अन्य गांवों में मस्जिदों व इमामबाड़ों की साफ-सफाई की गयी है. ताजिया निर्माण का काम भी शुरू हो गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि मुहर्रम के दिन में विशेष रूप से अमन-चैन, भाईचारे और इंसानियत का पैगाम दिया जाता है.
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