9कोडपी54
9कोडपी55
9कोडपी56
——————————
——————————–
कोडरमा. केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों और लेबर कोड के खिलाफ ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर देशव्यापी मजदूर हड़ताल का जिला में असर दिखा. केटीपीएस बांझेडीह से लेकर हर जगह आंदोलन का प्रभाव पड़ा. जिले में सबसे ज्यादा प्रभाव आंगनबाड़ी में रहा और सभी 751 केंद्रों में ताला लटका रहा. इस वजह से करीब 25 हजार बच्चे पोषाहार से वंचित रहे. बारिश के बीच कोडरमा में हनुमान मंदिर चौक से सीटू के बैनर तले रैली निकली जो कोडरमा बाजार होते हुए समाहरणालय पहुंचकर प्रदर्शन व सभा में तब्दील हो गया. रैली के दौरान केंद्र की मोदी सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए लेबर कोड रद्द करने, आंगनबाड़ी में एफआरएस रद्द करने, परियोजना कर्मियों को 26 हजार वेतन देने, समान काम का समान वेतन देने आदि की मांग की गई. रैली में भारी संख्या में सेविका सहायिका शामिल हुईं. इस अवसर पर सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि केंद्र सरकार अपने कॉरपोरेट पक्षीय एजेंडे को जारी रखते हुए मजदूरों को गुलाम बनाने वाली चार लेबर कोड को लागू करने के लिए तत्पर है. जिसका उद्देश्य आम जनता की बुनियादी लोकतांत्रिक और संवैधानिक अधिकारों पर रोक लगाकर जनवादी आंदोलनों को कुचलना है. 2015 से भारतीय श्रम सम्मेलन नहीं हो रहा है और ट्रेड यूनियनों की मांगों को नकारा जा रहा है. इस ऐतिहासिक हड़ताल से मोदी सरकार और कॉरपोरेट घरानों को मजदूर वर्ग ने चेतावनी दी है कि मजदूर विरोधी नीतियां वापस नहीं लेती है तो जनविरोधी भाजपा सरकार को हम उखाड़ फेंकेंगे. आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने कहा कि आंगनबाड़ी में एफआरएस जो सेविकाओं के लिए मौत का कानून है, जिसके तहत आंगनबाड़ी सेविकाओं का शोषण और उत्पीड़न किया जा रहा है. सीटू के जिला सचिव रमेश प्रजापति ने कहा कि निजीकरण के नाम पर लाखों नौकरी पैदा करने वाली देश की सरकारी संस्थाओं को बेचा जा रहा है. सरकारी नौकरियां समाप्त कर आउटसोर्स और ठेकाप्रथा के नाम गुलाम कर्मचारी बनाया जा रहा है. अध्यक्षता आंगनबाड़ी यूनियन की जिलाध्यक्ष शोभा प्रसाद व संचालन जिला सचिव वर्षा रानी ने किया. प्रदर्शन में महेन्द्र तुरी, सुरेन्द्र पांडेय, राजू तुरी, संध्या पांडेय, संतोषी चन्द्रवंशी, संध्या वर्णवाल, हीना प्रवीण, मीना, मंजू मेहता, शकुन्तला मेहता, कुमारी अनामिका, संध्या वर्णवाल, प्रभा, सुनीता, कविता यादव, बेबी, नीलम यादव, अर्चना, विमला, सरिता, चिंतामणी, सोनी, रूपाली, दीपा, शर्वरी खातुन, गीता, प्रतीमा, सुधा रानी, संतोषी, रेखा मीना एक्का, रीता, देवंती, रूमी खानम, मुसरत, संजू, नुसरत बानो, उषा आदि शामिल थीं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है