29 और 30 जून को कर लें जंगली जानवरों का दीदार, झारखंड के फेमस नेशनल पार्क में सैलानियों की 3 महीने तक रहेगी नो एंट्री

Betla National Park: मानसून में बेतला नेशनल पार्क की खूबसूरती बढ़ गयी है, लेकिन पर्यटकों के लिए निराशाजनक खबर है. एक जुलाई से तीन महीने के लिए बेतला नेशनल पार्क बंद रहेगा. एक अक्टूबर से सैलानी जंगली जानवरों का दीदार कर सकेंगे. पार्क बंद होने के बाद जंगल की सुरक्षा और बढ़ायी जाएगी. पेट्रोलिंग तेज कर दी जाएगी. नो एंट्री में अगर बेतला पहुंचते हैं तो वन विभाग के रेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं.

By Guru Swarup Mishra | June 28, 2025 5:55 PM
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Betla National Park: बेतला, संतोष कुमार-नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथॉरिटी( एनटीसीए) के निर्देश पर एक जुलाई से 30 सितंबर तक बेतला नेशनल पार्क सैलानियों के लिए बंद रहेगा. मानसून को वन्यजीवों का प्रजनन काल देखते हुए तीन महीने तक के लिए बेतला नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए नो इंट्री लगाई जाती है. अब पर्यटकों को बेतला नेशनल पार्क में जंगली जानवरों का दीदार अब एक अक्टूबर से हो सकेगा. पूरे पलामू टाइगर रिजर्व में सिर्फ बेतला नेशनल पार्क में ही सर्वाधिक जंगली जानवर हैं. इसलिए सिर्फ इसी एरिया पर नो इंट्री लगाई जाती है. पार्क बंद होने के बाद जंगल की सुरक्षा को और बढ़ाया जाएगा. पेट्रोलिंग तेज कर दी जाएगी. जगह-जगह पर बनाये गये वाच टावर को सक्रिय किया जाएगा. सभी वनकर्मियों को इसके लिए पार्क बंद रहने की अवधि के दौरान विशेष दिशा-निर्देश दिया गया है. जंगली जानवरों की सुरक्षा के लिए कई आवश्यक उपाय किये जा रहे हैं.

क्यों किया जाता है पार्क बंद?

मानसून का समय जंगली जानवरों के लिए प्रजनन काल होता है. ऐसे में मानवों की उपस्थिति से जंगली जानवरों की प्रजनन प्रक्रिया में खलल पड़ सकती है. मानवीय गतिविधियों का असर वन्यजीवों की इस प्राकृतिक प्रक्रिया पर सीधे तौर पर पड़ता है. इतना ही नहीं प्रजनन काल होने की कारण व्यवधान होने पर न केवल जानवरों के बीच कई बार हिंसात्मक लड़ाईयां भी होती हैं बल्कि लोगों पर हमलावर हो जाते हैं. यह पर्यटकों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इतना ही नहीं जंगल के रास्ते कच्चे होने के कारण कई बार सफारी वाहन कीचड़ में फंस जाते हैं. हाथी सहित अन्य जंगली जानवरों द्वारा हमला किए जाने का खतरा बना रहता है. इसलिए एक जुलाई से 30 सितंबर तक तीन महीने के लिए पार्क बंद रहता है. इस दौरान सिर्फ और सिर्फ पार्क प्रबंधन के प्रवेश और गश्ती टीम को ही पार्क में घुसने की इजाजत रहती है.

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खुले रहेंगे रेस्ट हाउस और कैंटीन


वैसे तो बेतला नेशनल पार्क में तीन महीने के लिए नो एंट्री लगायी जा रही है, लेकिन इस दौरान यदि कोई सैलानी बेतला पहुंचते हैं, तो वह रेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं. बेतला के सभी वन विभाग के रेस्ट हाउस खुले रहेंगे. वहीं उनके खाने-पीने के लिए कैंटीन भी खुली रहेगी. इसलिए बेतला नेशनल पार्क आने के बाद भले ही सैलानियों को पार्क में घूमने की इजाजत नहीं होगी लेकिन बेतला आने पर सैलानियों को दी जाने वाली सभी सुविधाएं पहले की तरह मिलती रहेंगी.

बेतला नेशनल पार्क छोड़ सभी पर्यटन स्थलों का कर सकेंगे दीदार


मानसून के समय में सभी पर्यटन स्थलों की खूबसूरती देखते ही बनती है. इनमें केचकी संगम, पलामू किला, मंडल डैम, ततहा झरना, मिर्चईया फॉल, कोयल व्यू, सतनदिया, सुग्गा बांध और लोध फॉल सहित अन्य पर्यटन स्थल शामिल हैं. बेतला नेशनल पार्क बंद होने के बाद शेष पर्यटन स्थलों का सैलानी भ्रमण कर सकेंगे. इन सभी पर्यटन स्थलों पर इस आदेश का कोई असर नहीं पड़ेगा.

क्या कहते हैं रेंजर?

रेंजर उमेश कुमार दुबे ने बताया कि पार्क बंद रखने के आदेश का हर हाल में पालन किया जायेगा. पार्क बंद होने के बाद जंगली जानवरों पर निगरानी बढ़ाई जायेगी.

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