बारियातू़ राज्य सरकार के कल्याण विभाग की पहल पर आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के बीच वितरित की जाने वाली साइकिलें प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में खुले आसमान के नीचे जंग खा रही हैं. यह स्थिति पिछले एक माह से बनी हुई है. लगातार बारिश और जलजमाव के कारण साइकिलों की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है. कई साइकिलें अब चलने योग्य भी नहीं रह गयी हैं. बावजूद इसके, विभाग इन क्षतिग्रस्त साइकिलों को ही विद्यार्थियों को बांटने की तैयारी में है. ज्ञात हो कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को स्कूल आने-जाने में सुविधा देने के उद्देश्य से साइकिल वितरण करती है. इसके लिए राज्य स्तर पर संवेदक को टेंडर दिया गया था. एक माह पूर्व साइकिलों के कल-पुर्जे मंगवाये गये थे और यहीं पर उन्हें एसेंबल किया गया. लेकिन इन साइकिलों को सुरक्षित रखने की कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गयी. परिणामस्वरूप, ये साइकिलें धूप और बारिश में खराब हो रही हैं. शिक्षा विभाग के अधिकारी प्रतिदिन भीगती साइकिलों को नजरअंदाज कर रहे हैं. विभागीय उदासीनता और लापरवाही का यह जीता-जागता उदाहरण है. समय रहते देखभाल नहीं हुई तो न सिर्फ सरकारी राशि बर्बाद होगी, बल्कि विद्यार्थियों का हक भी मारा जायेगा.
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