पर्चा छोड़कर ली थी हत्या की जिम्मेदारी
पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव ने बृहस्पतिवार को बताया कि 26 दिसंबर 2024 की रात झारखंड संघर्ष जनमुक्ति मोर्चा ने पर्चा छोड़कर बालगोविंद साव की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद सदर थाना में 17 सीएलए-एक्ट समेत कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया था. अनुसंधान के दौरान इस हत्या में शामिल 5 अन्य अपराधियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. हत्या के मुख्य आरोपी प्रदीप सिंह और किशुन भगत फरार चल रहे थे.
औरंगा नदी पुल से हुई अपराधियों की गिरफ्तारी
हत्या के दोनों मुख्य आरोपी लगातार लेवी की मांग कर रहे थे. औरंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल पर आरोपी किसी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे थे, लेकिन इसकी सूचना पुलिस को मिल गयी. सूचना मिलते ही पुलिस ने छापेमारी के लिए एक टीम का गठन किया. छापेमारी दल ने औरंगा नदी पुल के पास से दोनों अपराधियों को हथियार के साथ धर दबोचा.
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10-12 सालों से अलग-अलग संगठनों में सक्रिय थे आरोपी
प्रदीप गंझू पिछले 10-12 सालों से विभिन्न संगठनों में सक्रिय था. प्रदीप गंझू के खिलाफ लातेहार जिले के चंदवा और लातेहार थाना में आधा दर्जन और गुमला जिले के बिशुनपुर थाना में एक मामला दर्ज है. किशुन भगत के खिलाफ लातेहार थाने में एक और चंदवा थाने में 2 मामले दर्ज हैं.
टीम में ये पुलिस वाले थे शामिल
छापामारी दल में एसडीपीओ अरविंद कुमार, थाना प्रभारी दुलड़ चौड़े, पुअनि राजा दिलावर, विक्रांत कुमार उपाध्याय, मनोज कुमार, सुरेंद्र कुमार महतो, राहुल सिन्हा, रामाकांत गुप्ता, मनीष राय, संतोष कुमार, आरक्षी राजेश कुमार शर्मा, प्रताप गुईयां, प्रवेश यादव व तकनीकी शाखा के पंकज कुमार शुक्ला शामिल थे.
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