साइबर ठगी में इस्तेमाल किया गया मोबाइल बरामद
पुलिस ने उसके पास से साइबर ठगी में उपयोग किया गया मोबाइल फोन भी बरामद किया है. उन्होंने बताया कि पीड़ित रेलवे कर्मी रविशंकर केसरी को एक सप्ताह तक डिजिटल अरेस्ट कर 3 लाख 90 हजार रुपए की ठगी की गयी थी. इस मामले में साइबर थाना कांड संख्या 01/25 दर्ज किया गया था. पुलिस ने टेक्निकल सेल और साइबर पदाधिकारी की मदद से साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया है.
इस तरह रेलवे कर्मचारी को लिया लपेटे में
डीएसपी ने बताया कि साइबर अपराधी सुरेंद्र खोजा एक लाख रुपये अपने खाते (खाता संख्या 1102110120073619) में जमा कराये थे. शेष 3 अन्य अकाउंट में 2 लाख 90 हजार रुपए ट्रांसफर कराये थे. उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर 2024 को अज्ञात नंबर से टेलीकॉम विभाग के पदाधिकारी बनकर पीड़ित से संपर्क किया गया. उसे बताया गया कि दिल्ली में उसके नाम से अवैध सिम लिया गया है और अपराध किया जा रहा है.
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10 मिनट के अंदर जेल भेजने की धमकी
फिर उसे दिल्ली पुलिस से जोड़ा गया और बताया गया कि उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी केस चल रहा है. इसके बाद रविशंकर केसरी को फर्जी सीबीआई अधिकारी बनकर कॉल करके धमकाया गया. 10 मिनट के अंदर पूरे परिवार को जेल भेज देने की बात कहकर डिजिटल अरेस्ट कर लिया गया. छापेमारी अभियान में साइबर थाना के एसआई पिंटू कुमार, एएसआई जितेंद्र कुमार और आरक्षी वीरेंद्र पासवान शामिल थे.
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