रांची. श्री लक्ष्मी वेंकटेश्वर (तिरुपति बालाजी) मंदिर में सावन मास के शुक्ल पक्ष में पुत्रदा एकादशी की पूजा हुई. भगवान का विश्वरूप दर्शन, सुप्रभातम, मंगलाशासन और धूप, पुष्प, तुलसी, जल, कुंकुम आदि से घंटा बजाते तिरूवाराधन हुई. 27 दीपों से प्रज्वलित नक्षत्र आरती के बाद नैवेद्य अर्पित कर श्लोकों से स्तुति की गयी. दिन भर भक्तों से मंदिर परिसर में पूजा-अर्चना की. इसमें सत्यनारायण गौतम, गोपेश आचार्य और नारायण दास ने मिलकर दिन भर के अनुष्ठान को संपन्न कराया.
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