सरायकेला-खरसावां. सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया अंचल स्थित सीतारामपुर जलाशय में पहली बार केज पद्धति से मत्स्यपालन हो रहा है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान योजना से आठ लाभुकों को 32 केज उपलब्ध कराये गये हैं. इसका मुख्य लक्ष्य मछली उत्पादन व उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि, तकनीकी, आधारभूत संरचना और मात्स्यिकी प्रबंधन की आधुनिकीकरण है. अनुदान राशि का 90 प्रतिशत (60 प्रतिशत केंद्र व 40 प्रतिशत राज्य) व शेष 10 प्रतिशत लाभुक अंशदान करते हैं. योजना से मत्स्य कृषकों को स्वावलम्बी/आत्मनिर्भर बनाना है.
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