रेलवे ग्रुप डी में नौकरी, फिर बने हाई स्कूल टीचर
संजय सिंह सरदार ने वर्ष 2016 में कोलकाता ईस्टन रेल डिवीजन के ग्रुप डी में नौकरी ज्वाइन किया था. उनकी पहली पोस्टिंग आद्रा रेल मंडल के चांडिल में हुई थी. नौकरी करने के साथ ही संजय ने अपनी पढ़ाई जारी रखी. 2019 में संजय ने एसएस प्लस टू हाई स्कूल सरायकेला के राजनगर में एक शिक्षक के रूप में भी योगदान दिया. यहीं से उन्होंने झारखंड संयुक्त परीक्षा की तैयारी शुरू की. 2021 की परीक्षा में वह केवल 2 अंकों से पीछे रह गये थे. और आखिरकार 2023 की परीक्षा में संजय को उनकी मंजिल मिली.
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6-7 घंटे की सेल्फ स्टडी लायी रंग
संजय ने बताया कि 2021 में केवल 2 अंकों से पीछे छूटने के बाद उन्होंने जोरों-शोरों से परीक्षा की तयारी शुरू कर दी. राजनगर में रहते हुए 6-7 घंटे सेल्फ स्टडी की. सुबह 4 बजे से सुबह 7 बजे तक और शाम 5 से रात 10 बजे तक सेल्फ स्टडी व यूट्यूब के माध्यम से तैयारी किया. संजय सिंह सरदार आगे नौकरी करने साथ साथ यूपीएससी की भी तैयारी करेंगे.
संजय के पिता सेवानिवृत बैंक कर्मी
संजय के पिता भगत सिंह सेवानिवृत बैंक कर्मी हैं. जबकि उनकी माता सिंधु बाला सिंह एक गृहिणी है. बड़े भाई हरे कृष्णा सिंह सरदार नीमडीह के पूर्व बीस सूत्री अध्यक्ष हैं. जो वर्तमान में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी में सक्रिय कार्यकर्त्ता है.
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