
सरायकेला. सरायकेला-खरसावां सहित आसपास क्षेत्रों में शनिवार देर रात से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. लगातार बारिश सरायकेला की प्रमुख दो नदियां खरकई व संजय नदी उफना गयी हैं. नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है. ग्रामीण क्षेत्र के नाला व तालाब भी लबालब भर गये हैं. खेतों में पानी जमा हो गया है. बारिश की गति यही रही, तो नदियां खतरे के निशान से ऊपर बहने लगेगी.
सरायकेला के गैरेज से बिरसा चौक मार्ग पर जलजमाव
लगातार बारिश से सरायकेला के गैरेज चौक से बिरसा चौक जाने मार्ग पर जलजमाव हो गया है. सड़क के दोनों किनारे नालियां जाम हो गयी है. इससे राहगीरों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जलजमाव का मुख्य कारण जेआरडीसीएल की ओर से नालियों का अबतक सफाई नहीं किया जाना बताया जा रहा है.
जिला प्रशासन ने अलर्ट मोड पर रहने का निर्देश दिया
लगातार बारिश से ओडिशा के ब्यांगबिल डैम में पानी खतरे के निशान से ऊपर हो गया है. ओडिशा प्रशासन की ओर से किसी समय डैम से पानी छोड़ा जा सकता है. डैम से पानी छोड़ने से खरकई नदी का जलस्तर बढ़ जायेगा. इसे लेकर प्रशासन ने खरकई नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है. डीसी नितिश कुमार सिंह ने संभावित आपदा से निपटने के लिए सभी तकनीकी इकाइयों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है. बाढ़ संभावित स्थल को चिह्नित कर उसकी निगरानी करने, प्रखंड के बीडीओ-सीओ निकाय के पदाधिकारी माइकिंग व अन्य प्रचार माध्यम से लोगों को जागरूक करने, सार्वजनिक जल स्त्रोतों की जांच व निगरानी करने, जल प्रदूषण को देखते हुए पेयजल की वैकल्पिक व सुरक्षित व्यवस्था सुनिश्चित करने सहित अन्य निर्देश दिये हैं. डीसी ने सीएस को निर्देशित किया है कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों को आपात सेवाओं के लिए तैयार रखा जाए एवं प्रभावित क्षेत्रों में एंबुलेंस की तैनाती रखें. डीसी ने अनुमंडल पदाधिकारी एवं सीओ को निर्देशित किया है कि जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि की स्थिति में 24 घंटे राहत एवं आपूर्ति केंद्र सक्रिय किये जायें. नागरिकों को सुरक्षित स्थलों तक स्थानांतरित करने का कार्य तैयार रखने का निर्देश दिया है.
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