seraikela kharsawan news: हेरा पंचमी पर प्रभु जगन्नाथ के रथ ‘नंदीघोष’ तोड़ेंगी मां लक्ष्मी
खरसावां-हरिभंजा में आज निभायी जायेगी रथ भंगिनी की अनूठी परंपरा
By DEVENDRA KUMAR | July 1, 2025 2:12 AM
खरसावां. ओड़िशा के जगन्नाथपुरी की तर्ज पर खरसावां और हरिभंजा में प्रभु जगन्नाथ की रथयात्रा के धार्मिक अनुष्ठान और परंपराएं पूरी श्रद्धा और विधि-विधान के साथ निभायी जा रही हैं. रथ यात्रा के पांचवें दिन(मंगलवार) की रात हेरा पंचमी पर प्रसिद्ध रथ भंगिनी परंपरा का आयोजन किया जायेगा. इस परंपरा के अनुसार, मंगलवार की शाम देवी लक्ष्मी, श्रीमंदिर से गुंडिचा मंदिर पहुंचेंगी और वहां मुख्य द्वार के समीप खड़े महाप्रभु जगन्नाथ के रथ ‘नंदीघोष’ को क्रोधित होकर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त करेंगी. इसके बाद पुजारी उन्हें मनाकर वापस लक्ष्मी मंदिर ले जायेंगे. यह पूरा आयोजन धार्मिक परंपराओं और रस्मों के अनुसार संपन्न होगा.
रथ भंगिनी परंपरा की तैयारी पूरी
देवी लक्ष्मी के भक्त निभाते हैं प्रमुख भूमिका
हेरा पंचमी पर होने वाले रथ भंगिनी अनुष्ठान में भगवान जगन्नाथ नहीं, बल्कि माता लक्ष्मी के भक्तों की विशेष भूमिका होती है. इसमें अधिकतर महिलाएं भाग लेती हैं. मंगलवार की रात लक्ष्मी मंदिर से पूजा-अर्चना के बाद देवी लक्ष्मी की कांस्य प्रतिमा को पालकी में लेकर भक्त गुंडिचा मंदिर पहुंचते हैं. वहां मंदिर के द्वार पर दस्तक देने के बाद सभी धार्मिक रस्में निभायी जाती हैं. इसके पश्चात श्रद्धालु रथ के समीप जाकर प्रतीकात्मक रूप से रथ की एक लकड़ी तोड़ते हैं और फिर देवी की प्रतिमा को लेकर लक्ष्मी मंदिर लौट जाते हैं.
क्या है धार्मिक मान्यता
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