सरायकेला प्रखंड की नुवागांव पंचायत भवन में ””प्रभात खबर आपके द्वार”” कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में पंचायत के दस गांवों से ग्रामीणों की भागीदारी रही, जहां लोगों ने अपने गांवों की समस्याओं को खुलकर साझा किया. ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के 75 वर्षों बाद भी गांवों में अब तक सड़क, बिजली और पानी जैसी बुनियादी सुविधाएं शत-प्रतिशत नहीं पहुंच पायी हैं. कई स्थानों पर आज भी पानी के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है.
85 में से 34 चापाकल खराब
क्या कहते हैं ग्रामीण
कालापत्थर गांव में आवागमन की भारी समस्या है. इमली चौक से कालागुजु और सिदमा पुलिया तक की सड़क बेहद जर्जर है. वृहत जलापूर्ति योजना से रोज पानी नहीं मिलता, जिससे पानी की समस्या बनी हुई है.
ठाकुरदास महतो, ग्रामीण, कालागुजु
टोला में न बिजली का खंभा है और न ही तार खींचा गया है. चापाकल की भी व्यवस्था नहीं है. विभाग को सूचना देने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ है. समस्या का शीघ्र निराकरण जरूरी है.
नदीया हेंब्रम, रूगड़ीसाही
गांव में पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है. चापाकल सूख चुके हैं. पानी की सतह नीचे चली गयी है. पाइपलाइन से आपूर्ति नहीं हो रही, जिससे ग्रामीण त्रस्त हैं.
शकुंतला सोय, ग्रामीण महिला, विष्टुपादुका:
टोला टुंनकियासाही में गर्मी शुरू होते ही पानी की समस्या गहरा गयी है. चापाकल खराब पड़े हैं. गर्मी से पहले समाधान जरूरी है.
कृष्णा महतो, कालापत्थर:
तिरितबिला गांव की जलापूर्ति योजना से राजनगर प्रखंड तक पानी की आपूर्ति हो रही है, लेकिन नुवागांव और ठाठुपाड़ा में पाइपलाइन से पानी नहीं पहुंच रहा. पीएचइडी को सूचना देने के बावजूद समस्या बनी हुई है.
उमेश नायक, नुवागांव
“गांव में मात्र दो चापाकलों के भरोसे करीब 300 लोग निर्भर हैं. गर्मी के साथ पेयजल संकट गहराता जा रहा है. तत्काल समाधान जरूरी है.
प्रदीप मुखी, छोटालुपुंग
खराब चापाकलों की मरम्मत की पहल की जा रही है : जनप्रतिनिधि
जयश्री बोदरा, मुखिया, नुवागांव पंचायत
जो समस्याएं पंचायत स्तर से हल की जा सकती हैं, उनका तुरंत निराकरण किया जाएगा. अन्य समस्याओं की सूची बनाकर संबंधित विभागों को पंचायत के माध्यम से भेजा जाएगा.
संतोषी उरांव, पंचायत सचिव, नुवागांव पंचायतB
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है