सरायकेला प्रखंड के ग्रामीण वोटरों में उत्साह,शहर पिछड़ा
सिंहभूम सीट के लिए 13 मई को मतदान हुआ, जिसमें सरायकेला ग्रामीण क्षेत्र में 82.17 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया. ग्रामीण क्षेत्र में बंपर वोटिंग से नेताओं की चिंताएं बढ़ा दी है.
By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2024 2:52 PM
सरायकेला. सिंहभूम संसदीय सीट के तहत सरायकेला विधानसभा के शहरी मतदाता वोटिंग को लेकर उदासीन रहे. वहीं ग्रामीण क्षेत्र में बंफर वोटिंग हुई. सरायकेला प्रखंड की सात पंचायतों की 37 बूथों में 82.17 प्रतिशत मतदान हुआ है. प्रखंड में 27,932 मतदाताओं में से 22,953 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. प्रखंड में सर्वाधिक मतदान उमवि कुदरसाही बूथ संख्या 341 में 89.43 प्रतिशत मतदान हुआ है. बूथ में 803 मतदाताओं में से 719 मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया है. वहीं सबसे कम बूथ संख्या 364 उउवि पठानमारा में 72.24 प्रतिशत मतदान हुआ है. ग्रामीण क्षेत्र में बंपर वोटिंग से राजनीतिक दलों की नींद उड़ गयी है.
हार-जीत के आकलन में जुटे नेता, चर्चाओं का बाजार गर्म
सिंहभूम सीट के नतीजे में सरायकेला विधानसभा क्षेत्र निर्णायक साबित होगा. चुनाव के बाद जहां हार-जीत को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. वहीं सरायकेला विस में इस बार किसे अधिक बढ़त मिलेगी, इस पर भी चर्चा जोरों पर है. हालांकि सरायकेला विस में इस वर्ष शहरी मतदाताओं की अपेक्षा ग्रामीण मतदाताओं ने मतदान को लेकर अधिक उत्साह दिखाया है. इस वजह से शहर की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में मत प्रतिशत अधिक रहा है. प्रत्येक चौक-चौराहों में बस एक ही चर्चा क्या भाजपा अपने पुराने रिकाॅर्ड को कायम रख सकेगा. ग्रामीण क्षेत्र में हेलमेट छाप की उपस्थिति ने नेताओं की चिंता और बढ़ा दी है. सभी हार व जीत को लेकर गुणा-भाग कर आकलन कर रहे हैं. हालांकि, यह चार जून को ही पता चलेगा.
प्रखंड के 10 बूथ, जहां सबसे अधिक हुई वोटिंग
333 उमवि ईटाकूदर 89.12
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