Kolhan University: पीने के पानी के लिए तरस रहे कोल्हान यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स, रजिस्ट्रार ने दिया ये आश्वासन

Kolhan University Drinking Water Crisis: झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के कोल्हान विश्वविद्यालय के छात्र पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं. गर्मी ने दस्तक दे दी है. इसके बावजूद पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है. वे मजबूरन खरीदकर पानी पीने को विवश हैं. पीजी ए और बी ब्लॉक के नाराज विद्यार्थियों को रजिस्ट्रार ने आश्वासन दिया है. हफ्तेभर में पानी की व्यवस्था कर दी जाएगी. इसके बाद वे शांत हुए.

By Guru Swarup Mishra | April 8, 2025 5:05 PM
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Kolhan University Drinking Water Crisis: चाईबासा (पश्चिमी सिंहभूम)-झारखंड के कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) के स्नातकोत्तर (पीजी) ए एवं बी ब्लॉक में मूलभूत सुविधाओं का भी घोर अभाव है. पीने के पानी के लिए छात्र और शिक्षक तरस रहे हैं. तीन महीने से पानी की समस्या दूर करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह किया जा रहा है लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी. गर्मी की दस्तक के बावजूद पानी की व्यवस्था नहीं किए जाने से छात्र नाराज हैं. पीजी ए एवं बी ब्लॉक के करीब 150 से अधिक विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय का घेराव कर विरोध दर्ज कराया.

एक हजार से अधिक विद्यार्थी पेयजल के लिए तरस रहे


कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) पीजी ए ब्लॉक में रूंगटा कंपनी ने विद्यार्थियों और शिक्षकों को ठंडा पानी उपलब्ध कराने के लिए मशीन लगायी, लेकिन काफी दिनों से वह भी खराब पड़ी है. मजबूरन छात्र पानी खरीदकर पी रहे हैं. पीजी ए एवं बी ब्लॉक में 15 विभाग हैं. ए ब्लॉक में सात और बी ब्लॉक में आठ विभाग चलते हैं. विद्यार्थियों की संख्या करीब एक हजार है. शिक्षकों की संख्या करीब 30 है.

डीन के स्तर से अब तक नहीं मिली जानकारी-रजिस्ट्रार


कोल्हान यूनिवर्सिटी (Kolhan University) के रजिस्ट्रार डॉ पी सियाल ने विद्यार्थियों को जानकारी दी कि पीजी के ए एवं बी ब्लॉक में पानी की किल्लत को लेकर डीन के स्तर से अब तक कोई जानकारी नहीं दी गयी है. इस कारण इस दिशा में कोई पहल नहीं की गयी. कुलपति को इसकी जानकारी देते हुए एक सप्ताह में इसका समाधान कर दिया जाएगा.

कुलसचिव के आश्वासन पर शांत हुए विद्यार्थी


कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) के कुलसचिव डॉ पी सियाल ने पीजी के विद्यार्थियों को हफ्तेभर में पेयजल की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया. इसके बाद विद्यार्थी शांत हुए. छात्रों ने कहा कि बार-बार उन्हें आश्वासन दिया जाता है, लेकिन व्यवस्था में सुधार के लिए कुछ नहीं किया जाता. उन्हें लिखित आश्वासन दिया जाए.

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