Lok Sabha Election 2024: यूपी में अब SP-कांग्रेस अलांयस, प्रियंका गांधी की एक फोन कॉल से ऐसे बनी बात

Lok Sabha Chunav 2024: कांग्रेस और सपा के बीच यूपी में सीटों का समीकरण बैठ गया है. बेपटरी होती दोनों दलों की बातचीत पटरी पर आ गई है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका प्रियंका गांधी की मानी जा रही है.

By Pritish Sahay | February 23, 2024 3:54 PM
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Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी में खींचतान और गहमागहमी के बाद आखिरकार बात बन गई है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात लगभग तय हो गई है. जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस प्रदेश में 17 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी.गौरतलब है कि सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा में ठन गई थी. दोनों दलों के बीच बातचीत ट्रैक पर नहीं आ पा रही था. खबर है कि ऐसे में प्रियंका गांधी के एक फोन ने सारी बिगड़ी बात बना दी. और देखते ही देखते पूरी बात ट्रैक पर आ गई. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि कांग्रेस किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर जारी गतिरोध लगभग खत्म हो गया है. सीट बंटवारे पर दोनों दलों के बीच सहमति करीब-करीब बन गई है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को फोन किया था. इसके बाज घटनाक्रम ने यू-टर्न ले लिया और सीट बंटवारे पर बात बन गई.प्रियंका से बातचीत के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सीट बंटवारे को लेकर सपा का कांग्रेस से कोई विवाद नहीं है और दोनों दलों के बीच गठबंधन होगा.

Lok Sabha Election: किन सीटों से चुनाव लड़ सकते हैं कांग्रेस प्रत्याशी

कांग्रेस की ओर से कहा जा रहा है कि सपा हमें अब कुछ ऐसी सीट देने पर सहमत हो गई है जो हम लड़ना चाहते थे. सूत्रों के मुताबिक सपा कांग्रेस को वाराणसी, अमरोहा, झांसी, फतेहपुर सीकरी, सहारनपुर और कुछ अन्य सीट देने पर सहमत हो गई है. वहीं श्रावस्ती और बलिया लोकसभा सीट सीट की कांग्रेस की मांग पर अभी सहमति नहीं बनी है. इधर कांग्रेस सूत्रों से खबर है कि दोनों पार्टियों के बीच कुछ सीट को लेकर अदला-बदली की बात हो रही है. संभावना जताई जा रही है कि सीट बंटवारे को लेकर भी बात बन जाएगी.

Lok Sabha Election: भारत जोड़ो न्याय यात्रा में जाने से अखिलेश ने कर दिया था मना

इधर, कांग्रेस सपा के बीत बनने से पहले अखिलेश यादव ने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से मना कर दिया था. इस बारे में जब अखिलेश यादव से मीडिया ने सवाल किया तो सपा प्रमुख ने कहा कि अंत भला तो सब भला. बाकी आप लोग समझदार हैं. गौरतलब है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव से फोन पर बात की है जिसके बाद दोनों दलों के बीच गतिरोध टूटा और सीट बंटवारे पर लगभग सहमति बन गई है.

Lok Sabha Election: इस बात पर फंसा था पेच

गौरतलब है कि सपा ने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) गठबंधन की अपनी सहयोगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश की 80 में से 17 लोकसभा सीट देने की पेशकश की थी. लेकिन पेच कौन सी सीटें होंगी इसपर फंस रहा था. इस बात को लेकर कांग्रेस और सपा में बात नहीं बन पा रही थी. इसी कारण सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव रायबरेली में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल वहीं थे. सपा ने कहा था कि अखिलेश यात्रा में तभी शामिल होंगे, जब कांग्रेस इस पेशकश को स्वीकार करेगी. इसके बाद ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का गठबंधन नहीं हो सकेगा.

Lok Sabha Election: कैसे बनी बात

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राहुल गांधी और अखिलेश यादव की बातचीत के बाद प्रियंका गांधी ने अखिलेश यादव को फोन किया था. दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई. खबर है कि बातचीत पटरी पर तब आयी जब कांग्रेस ने मुरादाबाद सीट की मांग छोड़ दी. कांग्रेस ने सपा से दो बदलावों की मांग की. पहला सीतापुर और दूसरा श्रावस्ती सीट लेने के लिए कांग्रेस मथुरा या बुलंदशहर सीट छोड़ने को तैयार हो गई. भाषा इनपुट के साथ

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