पीएम मोदी गिरिडीह में बोले, कांग्रेस की कमजोर सरकारों ने देश को नक्सलवाद की आग में झोंका, देशहित में बनाएं मजबूत सरकार
Lok Sabha Elections 2024: पीएम नरेंद्र मोदी ने गिरिडीह की महाविजय संकल्प सभा में कहा कि कांग्रेस की कमजोर सरकारों ने देश को नक्सलवाद की आग में झोंका. देशहित में मजबूत सरकार बनाएं. मजबूत सरकार ही सबसे पहले देश का हित देखती है.
By Guru Swarup Mishra | May 14, 2024 5:57 PM
Lok Sabha Elections 2024: गिरिडीह-पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस की कमजोर सरकारों ने देश को नक्सलवाद की आग में झोंका. इस आग में वामपंथियों ने भी अपनी रोटियां सेकीं. बीजेपी सरकार ने देश में नक्सली हिंसा पर लगाम लगायी. उन्हें चुनौतियों को टालना नहीं, बल्कि टकराना आता है. जब देश में मजबूत सरकार होती है, तो वो सबसे पहले देश का हित देखती है. देश के लोगों का हित देखती है, लेकिन जब देश में कांग्रेस जैसी कमजोर सरकार होती है, तो वो देश को भी कमजोर कर देती है. ऐसी कमजोर सरकार कभी भी देशवासियों का भला नहीं कर सकती. वे मंगलवार को कोडरमा लोकसभा क्षेत्र के बगोदर विधानसभा क्षेत्र की पेशम पंचायत के अड़वारा मैदान में महाविजय संकल्प सभा को संबोधित कर रहे थे.
झामुमो-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी गठबंधन है बुराइयों का सबसे बड़ा मॉडल पीएम मोदी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि झामुमो-कांग्रेस-लेफ्ट का इंडी गठबंधन भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टिकरण समेत अन्य बुराइयों का सबसे बड़ा मॉडल है. मैंने लाल किले से कहा था कि भारत को भ्रष्टाचार, परिवारवाद एवं तुष्टिकरण से मुक्त कराने के लिए अपना जीवन खपा दूंगा. चोरों को चैन की नींद सोने नहीं दूंगा. उनकी नींद भी उड़ा दूंगा और उनके खजाने भी खाली कर दूंगा. ये पैसे आपके हैं. इन पैसों के मालिक आप सब हैं. कोई भी व्यक्ति चोरी-लूट नहीं कर सकता है. मैं इन पर कड़ी कार्रवाई कर रहा है. इसलिए ये नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हैं.
वंचितों को वरीयता ही उनका मंत्र है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वे किसी राजघराने में पैदा नहीं हुए हैं. किसी शाही परिवार में भी उनका जन्म नहीं हुआ है. न ही उनके पिता किसी गांव के प्रधान तक बने हैं. उनके घर में कोई चुनाव तक नहीं लड़ा. वे एक गरीब की मां के बेटे हैं. मैं चाय बेचते-बेचते यहां तक पहुंचा हूं. आपने मुझे यहां तक पहुंचाया है. माएं-बहनें हर परिवार की बेहतरीन प्रबंधक होती हैं. देश उनके इस कौशल के सदुपयोग के बिना विकसित नहीं हो सकता. इनकी सुविधा और समृद्धि के लिए हर योजना बनायी जा रही है. उन्होंने गरीबी देखी है. तकलीफें झेली हैं. उन तकलीफों से देश के गरीबों को मुक्त कराना चाहता हूं. वंचितों को वरीयता ही उनका मंत्र है.