आदेश में कहा गया है कि निषिद्ध क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को अपने घरों में पृथक—वास में रहना होगा तथा यहां आवाजाही बंद रहेगी. इसबीच, राजभवन के प्रवक्ता ने पीटीआई भाषा को बताया कि राज भवन के एक कर्मचारी का पुत्र कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित पाया गया था. उन्होंने बताया कि यह कर्मचारी अपने परिवार के साथ राजभवन परिसर में कर्मचारियों के लिए बने आवास में रहता है. इसके बाद इस कर्मचारी के परिवार के अन्य सदस्य भी कोरोना संक्रमित पाए गए. राजभवन परिसर में कर्मचारियों के क्वार्टर वाले भाग में गतिविधियों को रोक दिया गया है और कोरोना संक्रमित सभी छह लोगों को राजभवन से पृथक कर दिया गया है.
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एजेंसी भाषा के मुताबिक प्रवक्ता ने बताया कि राज्यपाल के घर पर काम करने वाले कर्मचारियों को परिसर में ही अतिथि निवास में स्थानांतरित कर दिया गया है, हालांकि, जांच में इन कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण नहीं पाया गया है. उन्होंने कहा कि प्रभावित क्षेत्र से नूमूना संग्रहण का काम पूरा हो गया है और प्रोटोकॉल के अनुसार नियमित रुप से सफाई कार्य किया जा रहा है. उन्होंने स्पष्ट किया कि संक्रमित व्यक्ति कभी राज्यपाल से संपर्क में नहीं थे. उन्होंने बताया कि राज्यपाल के संपर्क में रहने वाले घर के 6-7 कर्मचारी का कोरोना परीक्षण किया गया है, जिनमें इसकी पुष्टि नहीं हुयी है, लेकिन एहतियात के तौर पर इन कर्मचारियों को अतिथि गृह में स्थानांतरित कर दिया गया है. जिला प्रशासन के आदेश के अनुसार सभी दिशा निर्देशों और प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है.