मध्य प्रदेश में संत रविदास मंदिर का भूमिपूजन करेंगे PM Modi, इस दौरे के क्या हैं मायने ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्यप्रदेश के सागर जिले में 14वीं सदी के कवि एवं समाज सुधारक संत रविदास को समर्पित 100 करोड़ रुपये के मंदिर की आधारशिला रखेंगे. जानिए क्यों खास है यह दौरा...

By Aditya kumar | August 12, 2023 9:23 AM
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PM Modi In Madhya Pradesh : मध्य प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है. ऐसे में चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों की तैयारी जोरों-शोरों से चल रही है. बीजेपी की तरफ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कई दौरे राज्य के कर लिए है. अब खबर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मध्यप्रदेश के सागर जिले में 14वीं सदी के कवि एवं समाज सुधारक संत रविदास को समर्पित 100 करोड़ रुपये के मंदिर की आधारशिला रखेंगे.

मध्यप्रदेश में सत्तारुढ़ भाजपा सरकार के एक मंत्री ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया कि इस मौके पर मोदी एक आमसभा को भी संबोधित करेंगे. प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महीने से अधिक समय के अंदर यह दूसरी यात्रा होगी. इससे पहले एक जुलाई को मोदी ने शहडोल जिले के पकरिया गांव में आदिवासी नेताओं, स्वयं सहायता समूहों की सदस्य महिलाओं और युवा फुटबॉल खिलाड़ियों के साथ बातचीत की थी.

प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा मंत्री अरविंद भदौरिया ने मीडिया संवादाताओं से बात करते हुए बताया कि मोदी जी नई दिल्ली से खजुराहो पहुंचेंगे और हेलीकॉप्टर से बडतुमा आयेंगे जहां वह मंदिर (संत रविदास को समर्पित) और एक संग्रहालय की आधारशिला रखेंगे. साथ ही सागर जिले के प्रभारी मंत्री भदौरिया ने बताया कि आधे घंटे बाद वह बडतुमा से लगभग 20 किमी दूर ढाना हवाई पट्टी के पास सार्वजनिक बैठक स्थल पर पहुंचेंगे.

जानकारी हो कि इसी कार्यक्रम में राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी की चल रही ‘समरसता (सद्भाव) यात्रा’ का समापन भी होगा . प्रधानमंत्री के इन दोनों कार्यक्रमों को चुनाव से पहले भगवा दल द्वारा दलितों तक पहुंचने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. पांच समरसता यात्राएं 25 जुलाई को प्रदेश के विभिन्न हिस्से से शुरू हुई है. साथ ही मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की आमसभा और शिलान्यास समारोह में डेढ़ से दो लाख लोगों के आने की उम्मीद है.

भाजपा ने समाज के विभिन्न वर्गों, खासकर दलितों से जुड़ने के लिए यात्राएं निकाली हैं. मध्यप्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से 35 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं और इनमें से पिछले चुनाव में भाजपा ने 18 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली थीं. ऐसे में इस बार के विधानसभा चुनाव में क्या कुछ होगा, बीजेपी अपनी सत्ता बचा पाएगी या कांग्रेस का मध्य प्रदेश होगा, यह कुछ महीनों के इंतजार के बाद पता चल जाएगा.

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