ज्ञात हो कि चीन के वुहान शहर से दुनिया के 200 से अधिक देशों को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में भी तेजी से बढ़ने लगा है. इस वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए केंद्र सरकार ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया था. 14 अप्रैल को इसकी मियाद पूरी हो जायेगी. तब तक पूरे देश में जो जहां है, उसे वहीं रहने की सलाह सरकार ने दी थी.
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बुधवार को इंदौर में एक और कोरोना संक्रमित मरीज सामने आया, जिसके बाद शहर में कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 64 हो गयी. इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 की समीक्षा बैठक में एक कड़ा कदम उठाया. कोरोना महामारी को नियंत्रित नहीं कर पाने की वजह से श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त प्रतीक हजेला को उनके पद से हटा दिया.
उल्लेखनीय है कि इस महामारी की चपेट में आये मरीजों की स्थिति स्थिर बनी हुई है. अब तक मिली रिपोर्टों के मुताबिक, मध्यप्रदेश में कुल 86 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. इनमें इंदौर के सर्वाधिक 63 मरीज शामिल हैं. इसके अलावा, जबलपुर के आठ, उज्जैन के छह, भोपाल के चार, शिवपुरी एवं ग्वालियर के दो-दो एवं खरगोन में एक मरीज में भी इस संक्रमण की पुष्टि हुई है.
इनमें से छह लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से इंदौर के तीन, उज्जैन के दो और खरगोन के एक मरीज शामिल हैं. इसी बीच, मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग की एक विज्ञप्ति में बताया गया, ‘जबलपुर सहित प्रदेश के अन्य सभी स्थानों पर कोरोना के मरीजों की स्थिति में सुधार हुआ है.’