Aurangzeb Row : अबू आजमी जाएंगे जेल? औरंगजेब की तारीफ करने के बाद उठने लगी मांग
Aurangzeb Row : औरंगजेब की प्रशंसा करने पर सपा विधायक अबू आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा से निलंबित कर दिया गया. इसके बाद से राजनीति तेज हो चली है.
By Amitabh Kumar | March 6, 2025 11:35 AM
Aurangzeb Row : समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक अबू आसिम आजमी के बयान पर शिवसेना एमएलसी मनीषा कायंदे ने कहा, “…असल में, हमारी मांग थी कि उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए कहा जाना चाहिए. छत्रपति संभाजी महाराज का बार-बार अपमान करने और औरंगजेब की प्रशंसा करने की यह मानसिकता ठीक नहीं है. हमने उनके खिलाफ कई पुलिस थानों में एफ़आईआर दर्ज कराई है. अगर सीएम ने कुछ कहा है, तो उन्हें कोई कानूनी कार्रवाई करने के बारे में जरूर सोचना चाहिए.”
#WATCH | Mumbai | On Abu Azmi, Shiv Sena MLC Manisha Kayande says, "…In fact, our demand was that he should be asked to resign as MLA. This mentality of repeatedly insulting Chhatrapati Sambhaji Maharaj and praising Aurangzeb is not right. We have filed FIRs against him in many… pic.twitter.com/dNXnPLGTlh
#WATCH | Mumbai | On Abu Azmi, Shiv Sena (UBT) MLC Ambadas Danve says, "…We have heard that Abu Azmi always helps BJP…We will demand (Abu Azmi be put in jail)." pic.twitter.com/CsWaspWqIB
इस बीच अबू आजमी ने उनके साथ नाइंसाफी होने का दावा किया है. उन्होंने कहा कि टिप्पणी वापस लेने के बावजूद उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गयी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी से आजमी की टिप्पणी पर रुख स्पष्ट करने को कहा है. उन्होंने मांग की कि मुगल शासक का महिमामंडन करने के लिए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाना चाहिए.
एकनाथ शिंदे ने साधा आजमी पर निशाना
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को विधान परिषद और विधानसभा दोनों में आजमी पर निशाना साधा. उन्होंने ने कहा, “आजमी जानबूझकर शिवाजी महाराज और संभाजी महाराज का अपमान कर रहे हैं. संभाजी महाराज की बहादुरी और औरंगजेब की क्रूरता लोगों के रोंगटे खड़े कर देगी.” शिंदे ने आजमी को “देशद्रोही” करार दिया और कहा कि उन्हें सदन में बैठने का कोई अधिकार नहीं है. शिंदे ने कहा, “ संभाजी महाराज को 40 दिनों तक कितनी यातनाएं सहन करनी पड़ीं. औरंगजेब ने उनसे अपना धर्म बदलने को कहा था.”
महाराष्ट्र विधानसभा द्वारा बजट सत्र के लिए मेरा निलंबन सिर्फ मेरे साथ नहीं बल्कि जिनका मैं प्रतिनिधित्व करता हूँ उन लाखों लोगों के साथ नाइंसाफी है, ये मेरे साथ ज़्यादती है।
मैं महाराष्ट्र सरकार से पूछना चाहूंगा क्या राज्य में दो तरह के कानून चलते है? अबू आसिम आज़मी के लिए अलग… pic.twitter.com/Qchx6Yfc1N