जांच की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
पुलिस अधिकारियों द्वारा की गई जांच की रिपोर्ट के अनुसार, नागपुर में हुई यह हिंसा बहुत दिनों से चल रही साजिश का नतीजा थी. रिपोर्ट में सामने आया है कि इस हिंसा के मास्टरमाइंड कहे जा रहे फहीम खान ने कई कट्टरपंथी लोगों को जुटा कर नागपुर में दंगे को भड़काया.
क्यों हुआ था विवाद
विक्की कौशल की फिल्म छावा कुछ दिनों पहले सिनेमा घरों में रिलीज की गई थी, जिसमें औरंगजेब के किरदार को दिखाया गया था. जिसके बाद से औरंगजेब को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई थी. इसके बाद जब समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी ने औरंगजेब को एक महान और अच्छा शासक मानते हुए कहा था कि फिल्म में गलत तरीके से औरंगजेब की छवि को पेश किया गया है. वह क्रूर शासक नहीं थे. यह मामला और भी गरमा गया. साथ ही औरंगजेब के कब्र को हटाने की मांग भी शुरू हो गई.
नागपुर में हिंसा के आरोपी ने लड़ा लोकसभा चुनाव
जानकारी के मुताबिक, फहीम खान ने पिछले साल 2024 में लोकसभा चुनाव भी लड़ा था. वह अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से नागपुर सीट के लिए इस चुनाव में खड़े हुए थे. उन्होंने लोकसभा चुनाव केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ लड़ा था, जिसमें उनकी हार हुई थी.
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