Rourkela News: राउरकेला सरकारी अस्पताल में 15 का चल रहा इलाज, दो रेफर, हैजा की आशंका

Rourkela News: राउरकेला में एक बार फिर हैजा के प्रकोप की आशंका देखी जा रहा है. आरजीएच में 15 का इलाज चल रहा है.

By BIPIN KUMAR YADAV | June 27, 2025 11:39 PM
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Rourkela News: राज्य में एक के बाद एक जिले में जहां हैजा फैल रहा है. राउरकेला स्मार्ट सिटी भी इससे अछूती नहीं है. पिछले चार दिनों से राउरकेला सरकारी अस्पताल (आरजीएच) में डायरिया के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. तीन दिन पहले आरजीएच के संक्रमण व आइसोलेशन वार्ड में 20 से अधिक मरीज भर्ती हुए थे. ये सभी डायरिया से पीड़ित थे. एक बच्चे समेत दो लोगों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें निजी अस्पताल में रेफर किया गया है.

झीरपानी, बंडामुंडा, फर्टिलाइजर व आस-पास के इलाके के हैं मरीज

आरजीएच में शुक्रवार को 15 से अधिक डायरिया मरीजों का इलाज जारी होने की सूचना है. संक्रमण वार्ड में 14 मरीजों का इलाज चल रहा है. आइसोलेशन वार्ड में तीन मरीजों को भर्ती किया गया है. भर्ती किये गये मरीज झीरपानी, बंडामुंडा, फर्टिलाइजर, राउरकेला व आसपास के इलाकों के बताये जा रहे हैं. मरीज दूषित पानी पीने या खाने के कारण उल्टी-दस्त से परेशान हैं. डॉक्टरों ने बताया कि जांच रिपोर्ट आने के बाद कारण स्पष्ट हो सकेगा.

आइसोलेशन वार्ड में 16 बेड आरक्षित, डॉक्टर रख रहे नजर

संभावित स्थिति को ध्यान में रखते हुए आरजीएच ने विशेष बेड की व्यवस्था की है. आइसोलेशन वार्ड में 16 से अधिक बेड आरक्षित डायरिया मरीजों के लिए हैं. आरजीएच के डॉक्टर स्थिति पर नजर रख रहे हैं. आरजीएच की प्रभारी निदेशक डॉ सुधारानी प्रधान ने डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व कर्मचारियों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. डॉ प्रधान ने बताया कि डायरिया के लिए दो विशेष गृह आरक्षित किये गये हैं. शुरुआती चरण में 22 बेड आरक्षित हैं. स्थिति को देखते हुए आने वाले दिनों में बेड की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. आवश्यक ओआरएस, हैलोजन टैबलेट, सलाइन, एंटीबायोटिक टैबलेट तैयार रखे गये हैं. साथ ही जिला प्रशासन को शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया है. वहीं कुछ निजी अस्पतालों में भी डायरिया के मरीजों का इलाज चल रहा है.

जांच के लिए भेजे गये पानी के नमूने

वाटको व राउरकेला महानगर निगम ने शहर के विभिन्न स्थानों से पानी के सैंपल एकत्र कर प्रयोगशाला में भेजा हैं. शहर में आपूर्ति किये जा रहे पानी की गुणवत्ता अच्छी है या नहीं, इसका पता जांच के बाद चलेगा. गौरतलब है कि दिसंबर, 2023 में शहर में डायरिया का प्रकोप देखा गया गया था. उस दौरान डायरिया के संक्रमण को रोकने के लिए शहर में 56 हजार से अधिक ओआरएस पैकेट और 68 हजार से अधिक हैलोजन टैबलेट वितरित किये गये थे. 30 हजार से अधिक साबुन वितरित किया गया था. वाटको की ओर से शहर में पाइपों की युद्ध स्तर पर मरम्मत की गयी थी. राउरकेला में 1500 से अधिक पानी के नमूने एकत्र कर उनकी जांच की गयी. विभिन्न खाद्य स्टालों, होटलों और रेस्तरां में भोजन की गुणवत्ता का प्रतिदिन परीक्षण किया जा रहा था.

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