Rourkela News: भाजपा की डबल इंजन सरकार में मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन की घोषणा के बाद भी पानपोष खेल छात्रावास से वेदव्यास पीठ तक बहुप्रतीक्षित हैंगिंग ब्रिज का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. विगत दिनों राउरकेला दौरे के दौरान लोक निर्माण मंत्री हरिचंदन ने कहा था कि मई से काम शुरू होगा और निर्धारित समय में पूरा कर लिया जायेगा. लेकिन मई का महीना बीत जाने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है.
राज्य सरकार को सौंपी जा चुकी है डीपीआर
विदित हो कि पिछली सरकार के दौरान घोषित यह पुल वर्षों से लंबित था. केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्रालय से मिली राशि आखिरकार खर्च नहीं होकर वापस लौट गयी थी. लेकिन सूबे में सरकार बदलने के बाद हैंगिंग ब्रिज के निर्माण की उम्मीद जगी थी. जिसमें सर्वेक्षण के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) राज्य सरकार को सौंप दी गयी है. ब्रिज के सलाहकार इंजीनियर अशोक बासा ने राज्य सरकार से त्रिवेणी संगम वेदव्यास में अत्याधुनिक हैंगिंग ब्रिज बनाने की अनुशंसा की थी. वहीं लोक निर्माण विभाग के राउरकेला डिवीजन के पूर्व अधीक्षण अभियंता मनोज महानंद, सहायक कार्यपालक अभियंता भागीरथी साहू और मुख्य अभियंता प्रमोद महापात्रा की देखरेख में सर्वेक्षण कार्य संपन्न किया गया था.
मुख्यमंत्री और पर्यटन मंत्री को सौंपा गया था ज्ञापन
हैंगिंग ब्रिज के लिए विधायक ने की मंत्री से चर्चा
राज्य सरकार ने वेदव्यास स्थित पवित्र त्रिवेणी संगम से पानपोष बस्ती तक हैंगिंग ब्रिज बनाने का निर्णय लिया है और इसके लिए प्रारंभिक कार्य भी शुरू हो गया है. इस पुल के निर्माण के लिए आवश्यक प्रारंभिक कार्य की प्रगति के साथ-साथ कुछ अन्य बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए रघुनाथपाली विधायक दुर्गा चरण तांती ने भुवनेश्वर में विभागीय मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन से मुलाकात की और विस्तृत चर्चा की. चर्चा के दौरान बताया गया कि त्रिवेणी संगम ओडिशा के पर्यटन स्थलों में से एक है, जहां ओडिशा के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ से भी लोग साल भर घूमने आते हैं. इसलिए इस स्थान के महत्व को देखते हुए विधायक ने वेदव्यास त्रिवेणी संगम स्थल को विकसित करने का निर्णय लिया है. पृथ्वीराज हरिचंदन के समक्ष कई प्रस्ताव रखे हैं.
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