Rourkela News: पानपोष स्थित ब्राह्मणी नदी पर निर्मित पुराने ब्रिज की जांच शुक्रवार को नयी दिल्ली से आयी विशेषज्ञ टीम ने की. इस जांच को लेकर सुबह से लेकर शाम छह बजे तक इस ब्रिज पर तीन पहिया व चार पहिया वाहनों का प्रवेश बंद रहा. इस दौरान विशेष टीम की ओर से पुल की स्थिति और गुणवत्ता का निरीक्षण किया गया. साथ ही यह देखने के लिए परीक्षण किया गया है कि यह पुराना पुल भारी वाहनों का वजन संभालने में कितना सक्षम है. दिल्ली से आयी केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान की टीम ने निरीक्षण किया. उन्होंने अत्याधुनिक उपकरणों से पुल की स्थिति और उसकी सुरक्षा की जांच की.
टीम राज्य सरकार को सौंपेगी रिपोर्ट
टीम ने हर खंभे और स्लैब का निरीक्षण किया. इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी जायेगी. विदित हो कि इस पुराने ब्राह्मणी पुल का निर्माण 1950 के दशक में हुआ था. कुछ वर्ष पहले यह पुल जीर्ण-शीर्ण हो गया था. जिससे द्वितीय ब्राह्मणी पुल का निर्माण सुरक्षा कारणों से किया गया है. पुराने पुल को यात्री बसों को छोड़कर भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था. राज्य सरकार वर्तमान में पुराने ब्राह्मणी पुल सहित राज्य में 300 पुलों के लिए सुरक्षा उपायों का निरीक्षण कर रही है. इस टीम में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिज की स्थिति की जांच की गयी. स्ट्रक्चरल सिक्योरिटी पाइंट ऑफ व्यू से इसकी जांच की जा रही है. पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से हमें 300 पुराने ब्रिज की जांच का जिम्मा मिला है. जांच रिपाेर्ट राज्य सरकार को देने के बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
राज्यभर में पुराने ब्रिज की चल रही जांच
आरएंडबी डिवीजन, राउरकेला के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर आलोक नायक ने कहा कि राज्य में जितने पुराने ब्रिज हैं, उसकी जांच दिल्ली से आयी विशेषज्ञों की टीम कर रही है. इस टीम में आठ सदस्य शामिल हैं. ओडिशा सरकार की ओर से खरीदी गयी मोबाइल ब्रिज इंस्पेक्शन यूनिट के उपकरणों की मदद से यह जांच की गयी. यह ब्रिज पहले एनएच विभाग के दायरे में आता था. अब यह ब्रिज पीडब्ल्यूडी विभाग के दायरे में आता है. ब्रिज के सभी पिलर की जांच की गयी है. रिपोर्ट मिलने के बाद ही पता चलेगा कि इसमें कितनी व किस-किस चीज की मरम्मत की जरूरत है.
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