Bhubaneswar News: ओडिशा के बालेश्वर, भद्रक और जाजपुर जिलों में उफनती नदियों का पानी निचले इलाकों में घुसने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गये हैं. अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुवर्णरेखा, वैतरणी और जलका नदियां खतरे के निशान पर या उससे ऊपर बह रही हैं. जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता चंद्रशेखर पाढ़ी ने पत्रकारों को बताया कि शनिवार देर रात दो बजे वैतरणी नदी 19.09 मीटर पर बह रही थी, जो खतरे के निशान 18.33 मीटर से ऊपर है. हालांकि, उन्होंने बताया कि रविवार सुबह से ही नदी के जलस्तर में कमी आना शुरू हो गयी और यह 18.54 मीटर पर आ गया.
भद्रक और जाजपुर के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति
ओडिशा में किसी बड़ी बाढ़ की आशंका से इनकार किया
हीराकुद बांध से छोड़ा जा रहा 3,38,810 क्यूसेक पानी
हीराकुद डैम का जलस्तर 611.58 फीट तक पहुंच गया है. डैम में औसतन 523,375 क्यूसेक बाढ़ का पानी प्रवेश कर रहा है, जबकि विभिन्न चैनलों के माध्यम से 3,38,810 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. स्पिलवे के माध्यम से 299,560 क्यूसेक पानी महानदी में छोड़ा जा रहा था. 34,988 क्यूसेक पानी विद्युत चैनल में, 4028 क्यूसेक पानी सिंचाई के लिए विभिन्न नहरों में और 234 क्यूसेक पानी औद्योगिक इकाइयों के लिए छोड़ा जा रहा है. बेलगाम में जलस्तर 18,500 क्यूसेक, पार्थला में 59,020 क्यूसेक, खैरमल में 490,000 क्यूसेक, बरमुल में 392,500 क्यूसेक और मुंडाली में 217,152 क्यूसेक पानी प्रवाहित हो रहा है. हीराकुद बांध नियंत्रण कक्ष के अनुसार, बेलगाम, खैरमल, बरमुल और मुंडाली में जलस्तर बढ़ रहा है. पिछले 24 घंटों में हीराकुद के ऊपरी इलाकों में 49.47 मिमी और निचले इलाकों में 29.65 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. वहीं 20 गेट खोले गये हैं, जिससे पानी की निकासी की जा रही है.
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