Rourkela News: राउरकेला इस्पात संयंत्र (आरएसपी) की तेजस सेफ्टी सर्किल ने कार्यस्थल सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए न्यू प्लेट मिल (एनपीएम) के प्राथमिक डिस्केलर से निकलने वाले गर्म उड़ने वाले स्केलों से होने वाले खतरों को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना को सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया है. यह पहल, सक्रिय सुरक्षा, नवाचार और परिचालन उत्कृष्टता की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संयंत्र की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है.
विस्तृत सुरक्षा ऑडिट में खामियों का चला था पता
इंजीनियरिंग एसोसिएट दीपक साहू एवं सभी जूनियर इंजीनियरिंग एसोसिएट्स गोपबंधु बेहरा, शीर्षानंद दास और सुप्रिया भोई के साथ-साथ फैसिलिटेटर एवं वरिष्ठ प्रबंधक (एनपीएम) अभिजीत पटनायक की पांच सदस्यीय तेजस टीम ने डिस्केलिंग क्षेत्र में एक विस्तृत सुरक्षा ऑडिट किया. अपने निरीक्षण के दौरान, टीम ने गर्म उड़ने वाले स्केलों के खतरे से संबंधित 100 से अधिक असुरक्षित स्थितियों और कार्यों की पहचान की. इस विशेष खतरे से गंभीर चोटें, आग लगने की घटनाएं और उपकरणों को भारी नुकसान पहुंचने की संभावना थी. डीआइएमएसी (परिभाषित करें, मापें, विश्लेषण करें, सुधारें, नियंत्रित करें) पद्धति का उपयोग करते हुए टीम ने मूल कारण का गहन विश्लेषण किया. जांच से प्रमुख कमजोरियों का पता चला.
बहुआयामी कार्य योजना से निकाला चुनौतियों का समाधान
इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए टीम ने एक मजबूत और बहुआयामी कार्य योजना लागू की, जिसमें उड़ने वाले स्केल्स को रोकने के लिए बहु-परत चेन पर्दे लगाना, खुले तारों और मोटर क्षेत्रों का अग्निरोधीकरण, आवश्यक उपकरणों के लिए सुरक्षा कवच और खतरे के बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए दृश्य सावधानी संकेत लगाना शामिल था. कार्यान्वयन के बाद, कार्यस्थल सुरक्षा में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. इस पहल से न केवल 1.56 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के संभावित उत्पादन घाटे को रोका गया, बल्कि 24 मानव-घंटों की मासिक बचत भी हुई.
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