Bhubaneswar News: ओडिशा के पुरी जिले में आग में झुलस कर जान गंवाने वाली 15 वर्षीय लड़की का उसके पैतृक गांव में सोमवार को भारी सुरक्षा इंतजाम के बीच अंतिम संस्कार कर दिया गया. घटना के बाद लड़की को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती कराया गया था, जहां शनिवार को उसने दम तोड़ दिया. लड़की 70 प्रतिशत से अधिक झुलस गयी थी. लड़की के पार्थिव शरीर को उसके शोकाकुल परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में भार्गवी नदी के तट पर स्थित एक गांव में दफना दिया गया.
उप मुख्यमंत्री और विधायक रहे मौजूद, 100 पुलिसकर्मी थे तैनात
हमने सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित किया : प्रभाती परिडा
लड़की की मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए उप मुख्यमंत्री परिडा ने कहा कि राज्य सरकार ने लड़की को बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया और अगले दिन उसे एम्स, नयी दिल्ली भेजकर सर्वोत्तम उपचार सुनिश्चित कराया. उन्होंने अंतिम संस्कार के बाद संवाददाताओं से कहा कि हालांकि, उसे बचाया नहीं जा सका और हम सभी उसके निधन से दुखी एवं आहत हैं. भगवान जगन्नाथ उसकी आत्मा को शांति प्रदान करें. रविवार रात जब लड़की का शव नयी दिल्ली से वापस लाया गया, तब श्रीमती परिडा भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर मौजूद थीं.
अगर पुरी की पीड़िता लड़की वापस आ सके, तो मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं
लड़की के अंतिम दर्शन के लिए उसके गांव में सैकड़ों लोग उमड़े
15 वर्षीय लड़की का शव बयाबर गांव लाये जाने के बाद सोमवार को उसके अंतिम दर्शन के लिए गांव में सैकड़ों लोग उमड़ पड़े. एक स्थानीय व्यक्ति ने कहा कि लड़की का पार्थिव शरीर बयाबर गांव के नुआगोपालपुर बस्ती स्थित उसके घर पर रखा गया था, ताकि लोग दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि दे सकें. पुलिस ने बताया कि समुदाय की परंपरा के अनुसार, लड़की के शव को गांव के पास दफनाया जायेगा, जिसकी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं.
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