Rourkela News: कोयल नदी के ऊपरी मुहाने पर हो रही बारिश के कारण ब्राह्मणी नदी उफान पर है. वहीं मंदिरा डैम के नौ गेट खोल दिये जाने से नदी का जल स्तर बढ़ गया है. इसका पता चलने के बाद शुक्रवार की शाम से ही राउरकेला महानगर निगम की ओर से नदी के तटीय इलाकों में माइक से प्रचार किया गया. वहीं शनिवार को लोगों को लाकर पास के स्कूल भवन में रखा गया है. खासकर बालू घाट बस्ती के करीब 90 मकान पानी की जद में होने से वहां के लोगों को स्कूल भवन में आश्रय दिया गया है.
नगर निगम ने नाश्ता और दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया
जानकारी के अनुसार, शुक्रवार की शाम तक पानी का स्तर उतना ज्यादा नहीं था. इसके बाद भी प्रशासनिक टीम ने वहां पर नजर रखी थी. लेकिन शनिवार की शाम छह बजे से नदी का पानी बस्ती में घुसने लगा था. इसका पता चलने के बाद लोगों को अपने-अपने घरों से कीमती सामान निकालकर जाते देखा गया. इन सभी लोगों को पास के स्कूल भवन में आश्रय दिया गया है. इसके अलावा यहां पर राउरकेला महानगर निगम की ओर से प्रभावित लोगों में सुबह के समय नाश्ता तथा दोपहर के समय पका हुआ भोजन प्रदान किया गया है. इस बस्ती में घरों में पानी घुसने के साथ-साथ सड़क पर भी कमर तक पानी भर गया था. समाचार लिखे जाने तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है तथा प्रशासन की टीम स्थिति पर नजर रखे हुई है.
डैम से 77655 क्यूसेक पानी की हो रही निकासी निकासी
लाठीकटा में जनजीवन अस्त-व्यस्त, घरों से निकलना हुआ मुश्किल
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से शनिवार को क्षेत्र में लगातार तीसरे दिन बारिश का सिलसिला जारी रहा. जिससे लाठीकटा अंचल में जनजीवन को प्रभावित हुआ है. दुकानें, बाजार, सड़कें और घर बारिश के पानी से लबालब भरे हुए हैं. आखिरी शनिवार होने के कारण बैंक और सरकारी कार्यालय बंद होने से यहां पर चहल-पहल कम रही. शुक्रवार की रात से जारी भारी बारिश के कारण आम लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले और सब्जी मंडी में कोई व्यापारी नहीं दिखा. सड़कों पर घुटनों तक पानी भर गया, जिससे यातायात बाधित हुआ. कामकाजी लोग कम संख्या में काम पर जाते देखे गये. बारिश के कारण लोकनाथ मार्केट में एक दिव्यांग व्यक्ति का कुछ दिन पहले घर नष्ट हो गया था और वह दयनीय स्थिति में रह रहा है. शनिवार तक उसको न ही किसी स्थानीय व्यक्ति, न ही सरकार की ओर से मदद मिली है. सुबह से लेकर दोपहर 2.30 बजे तक बारिश का दौर जारी रहा. इसलिए बिना छाते और रेनकोट के घर से बाहर निकलना संभव नहीं हो पाया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है