Rourkela News: शहर के 110 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे कब करेंगे काम, सभी को इंतजार

Rourkela News: ओडिशा के पुलिस महानिदेशक ने पिछले दिनों राउरकेला दौरे पर शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों को चालू करने का आश्वासन दिया.

By BIPIN KUMAR YADAV | May 1, 2025 1:38 AM
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Rourkela News: ओडिशा के पुलिस महानिदेशक योगेश बहादुर खुरानिया ने हालिया राउरकेला दौरे में शहर में सीसीटीवी व्यवस्था को चालू करने की दिशा में जल्द प्रभावी पहल करने का भराेसा दिया था. जिससे गत 2021 से शहर के 110 स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे कब काम करना शुरू करेंगे, इस पर सभी की नजरें हैं. हालांकि हॉकी विश्व कप-2023 के दौरान यहां पर लगे सीसीटीवी समेत ट्रैफिक सिग्नल ने भी काम करना शुरू कर दिया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद ही स्थिति जस की तस हो गयी थी.

100 करोड़ से अधिक की लागत से चालू की जा रही परियोजना

जानकारी के अनुसार, अपराध नियंत्रण और अपराधों का पर्दाफाश करने में सीसीटीवी कैमरे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. इसके अलावा सीसीटीवी कैमरा बेस से यातायात नियंत्रण में भी मददगार हैं. यह प्रणाली वर्तमान में विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में यातायात और अपराध को नियंत्रित करने के लिए लागू की जा रही है. सरकार इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. लेकिन आरोप लग रहे हैं कि इस योजना का जमीनी स्तर पर ठीक से क्रियान्वयन नहीं हो रहा है. यह योजना राउरकेला स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से क्रियान्वित की जा रही है. यद्यपि यह परियोजना पांच वर्ष पहले शुरू की गयी थी, परंतु अभी तक इसका क्रियान्वयन नहीं हो पाया है. शहर के प्रमुख चौराहों सहित 110 स्थानों पर 675 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये हैं. कैमरा लगा दिया गया है, केबल बिछाने का काम हो गया है, लेकिन यह प्रणाली अभी तक चालू नहीं हुई है. राउरकेला पुलिस ने कुछ स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये हैं और काम चल रहा है. दो दिन पहले जब राज्य पुलिस महानिदेशक राउरकेला के दौरे पर आये थे, तो उन्होंने इस योजना को शीघ्रता से क्रियान्वित करने की बात कही थी. जिससे अब यह देखना बाकी रह गया है कि यह अब कब चालू होगा.

सीसीटीवी कैमरों का चालू नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण

राउरकेला जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रश्मिरंजन पाढ़ी ने कहा कि पांच साल का समय गुजरने के बाद भी सीसीटीवी कैमरों का काम नहीं करना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि इससे भ्रष्टाचार की बू भी आ रही है. इसके नहीं चलने के पीछे एक ओर राउरकेला वन का काम पूरा नहीं होने की दलील दी जा रही है और सीसीटीवी कैमरे को भी इसी से जोड़कर बहाना बनाया जा रहा है. लेकिन हकीकत यह है कि पांच साल के बाद भी इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. इसके पीछे क्या कारण है, इसकी पड़ताल होनी जरूरी है.

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