लखनऊ: राजधानी में 4 मई को होने वाले निकाय चुनावों से पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दलों को ‘आंतरिक विरोधियों’ की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शहर में अपने ही आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ चुनाव में किस्मत आजमा रहे 35 बागियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पार्टी संगठन ने इन बागियों को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया. दूसरी ओर, सपा नेता और पूर्व राज्य मंत्री अमित त्रिपाठी और महिला आयोग की सदस्य माला द्विवेदी ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया. भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह के निर्देश पर बागियों को खदेड़ने का आदेश जारी किया.
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