सत्संग समाप्त होने के बाद मची भगदड़
हादसे को देखने वाली एक बच्ची के अनुसार दोपहर में सत्संग समाप्त होने के बाद भगदड़ मची. लोग जल्दी निकलने के चक्कर में एक दूसरे को धक्का दे रहे थे. इसी में बच्चे व महिलाएं गिर गए. इसके बाद भीड़ उनको कुचलते हुए निकलती रही. चीख पुकार के बावजूद कोई भी किसी को बचाने की कोशिश नहीं कर रहा था. शुरुआती जांच में पता चला है कि एसडीएम सिंकदरा राव से सत्संग की अनुमति थी. सत्संग नारायण सरकार उर्फ बोले बाबा का था. इसमें 20 हजार से अधिक लोग पहुंचे थे.
सीएम ने अधिकारियों को राहत पहुंचाने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया है. उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. साथ ही घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है. मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ करेंगे मामले की जांच
शासन ने सत्संग में हुई भगदड़ के मामले में एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ की एक टीम जांच के लिए गठित की है. ये टीम हादसे के कारणों की जांच करेगी. एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि कुल 27 शव पोस्टमार्टम के लिए लाए गए हैं. इनमें 23 महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष का शव है.
मुख्य सचिव व डीजीपी भी हाथरस रवाना
हाथरस में हुई भगदड़ के बाद बिगड़ी स्थिति को संभालने के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार सिं भी हाथरस रवाना हो गए हैं. इसके अलावा मंत्री लक्ष्मी नारायण और मंत्री संदीप सिंह भी हाथरस जा रहे हैं.
अपडेट हो रही है…