प्रशांत किशोर ने यह बयान एक प्रतिष्ठित अंग्रेजी अखबार को दिए बयान में कहा है. उनकी यह सलाह सुबह से देशभर में वायरल हो रही है. आगामी विधानसभा चुनाव 2022 में यह बयान कांग्रेस के रणनीतिकारों को काफी दिक्कत देने वाली है. इस पर ‘प्रभात खबर’ ने यूपी के चुनावी दंगल में उतरे सभी राजनीतिक दलों से उनके विचार जाने. जो कुछ इस तरह मिले…
प्रशांत को गलतफहमी है तो स्वयं चुनाव लड़ लें : इस बारे में पूछने पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा, ‘खुद को चुनावी रणनीतिकार बताने वाले प्रशांत किशोर ने यह बयान रुपया लेकर दिया है. प्रशांत एक चुनावी रणनीतिकार हैं. मगर उन्होंने यह जो बयान दिया है वह पूरी तरह से व्यर्थ है. यदि उन्हें लगता है कि वे एक कुशल राजनेता हैं तो चुनाव में उतरकर स्वयं का आकलन कर लें.’
प्रदेश की जनता ही तय करती है सबका भविष्य : चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के इस विवादास्पद करार दिए जा रहे बयान पर आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा, ‘लोकतंत्र में जनता मालिक होती है न कि कोई राजनीतिक जानकार. मोदी और योगी सरकार में महंगाई, सुशासन आदि पूरी तरह से ध्वस्त है. जनता इस बार अपना व्यवस्था परिवर्तन करने के लिए तैयार है.’
कांग्रेस को प्रशांत ने सच्चाई दिखाई है : इस बारे में पूछने पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता हरिशचंद्र श्रीवास्तव कहते हैं, ‘कांग्रेस भ्रामक प्रचार के सहारे चुनाव लड़ रही है. कांग्रेस को प्रशांत ने सच्चाई दिखाई है. प्रशांत ने जो स्वीकारोक्ति की है वही देश की सोच है. ऐसे में कांग्रेस को ज्यादा सोच-विचार करने की जरूरत नहीं है. वह जितनी जल्दी हो सके इस सच को स्वीकार कर लें कि देश की जनता मोदी और योगी के साथ है.’
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