मध्य प्रदेश में कांग्रेस के प्रदर्शन पर सपा ने कमलनाथ के अखिलेश-वखिलेश बयान की दिलाई याद, कहा- घमंड ले डूबा
मीडियाकर्मियों ने अखिलेश यादव को लेकर जब कमलनाथ से बात की, तो उन्होंने 'छोड़िए अखिलेश-वखिलेश को, हम एमपी में सरकार बना रहे हैं.' अब कांग्रेस के खराब प्रदर्शन पर सपा नेता तंज कस रहे हैं. वह कांग्रेस पर हमलावर बने हुए हैं.
By Sanjay Singh | December 3, 2023 2:40 PM
Lucknow News: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सत्ता वापसी का दावा कर रही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. मध्य प्रदेश में एक बार फिर कमल खिलता नजर आ रहा है. इससे भाजपा खेमा जहां उत्साहित है, वहीं उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को कांग्रेस पर तंज कसने का मौका मिल गया है. पार्टी नेता कांग्रेस पर कटाक्ष करने में जुट गए हैं. दरअसल समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव कांग्रेस के साथ मिलकर लड़ने की तैयारी में जुटी है. इसके लिए पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस को शिकस्त मिली थी, उन सीटों पर अपने प्रत्याशी उतरने का फैसला किया था. इसे लेकर मध्य प्रदेश में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के साथ सपा के वरिष्ठ नेताओं की बातचीत भी हुई. लेकिन, सपा ने ऐन मौके पर कांग्रेस पर अपनी बात से पलटने का आरोप लगाया. इसके बाद पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने का ऐलान किया. इसे लेकर जब मीडियाकर्मियों ने कमलनाथ से बात की, तो उन्होंने जो कहा वह काफी सुर्खियों में रहा. कमलनाथ ने कहा ‘छोड़िए अखिलेश-वखिलेश को, हम एमपी में सरकार बना रहे हैं.’ अब पार्टी के खराब प्रदर्शन पर सपा नेता तंज कस रहे हैं.पार्टी प्रवक्ता मनोज काका ने सोशल साइट एक्स पर कमलनाथ के पुराने वीडियो को शेयर करते हुए कहा, ‘जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है.
सपा सांसद एसटी हसन बोले कांग्रेस का घमंड उन्हें ले डूबा
सपा सांसद एसटी हसन ने विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर कांग्रेस नेता कमलनाथ पर कटाक्ष किया है और कांग्रेस की इस हार के लिए उसके नेताओं के घमंड को जिम्मेदार ठहराया है. सपा सांसद एसटी हसन ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं का घमंड उन्हें ले डूबा. कमलनाथ कह रहे थे कौन अखिलेश-वखिलेश. हमने उनसे चार सीटें मांगी थीं, वह भी नहीं दीं. आदमी को हमेशा आसमान में नहीं देखना चाहिए, बल्कि निगाहों को जमीन पर रखना चाहिए. हसन ने कहा, ‘इंडिया गठबंधन को अब और मजबूत करना होगा. हमें इसके लिए कोशिश करनी होगी.’ हसन ने ईवीएम पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि जब तक ईवीएम होगी, तब तक बीजेपी को नहीं हरा पाएंगे. कम मार्जिन की सीट पर ईवीएम से बीजेपी जीत हासिल करती है.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादवने इसके बाद कांग्रेस पर विपक्ष के गठबंधन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव एलायंस (I-N-D-I-A) को लेकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कहा जा रहा था कि गठबंधन के साथी साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे. लेकिन हमें नहीं बताया कि ये गठबंधन लोकसभा चुनाव 2024 के लिए है, राज्यों के विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नहीं. इसलिए अब सपा भी अपने मुताबिक निर्णय करेगी. अखिलेश यादव ने इसके बाद विधानसभा चुनाव में अपनी हर जनसभा में भाजपा के साथ कांग्रेस पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न तो जातीय जनगणना होने दी और न ही पिछड़ों के आरक्षण के लिए मंडल कमीशन की रिपोर्ट लागू होने दी. जिस रास्ते पर पहले कांग्रेस चल रही थी, अब उसी रास्ते पर भाजपा चल रही है.
अखिलेश ने कांग्रेस को चालू पार्टी करार दिया. वहीं अब रविवार को मध्य प्रदेश चुनाव के नतीजों का लेकर कई सपा नेता ये कहते दिखाई दिए कि कांग्रेस ने अगर सपा के साथ छल नहीं किया होता तो कई सीटों पर अलग समीकरण देखने को मिलता. उधर भाजपा की ओर से कहा गया कि यूपी में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ चुकी हैं. उसका नतीजा सबके सामने है. जनता ने दोनों नेताओं की जोड़ी को पसंद नहीं किया. ऐसे में अगर मध्य प्रदेश में भी दोनों दल मिलकर चुनाव लड़ते तो नतीजा वही होता, जो अभी दिखाई दे रहा है.